पहलवान साक्षी मलिक की आत्मकथा 'विटनेस' में बड़े खुलासे: विनेश, बबीता और बजरंग को लेकर कई आरोप, छेड़छानी की घटना का किया जिक्र

पहलवान साक्षी मलिक की आत्मकथा 'विटनेस' में कई खुलासे के बाद विवाद खड़ा हो गया। अपनी आत्मकथा में साक्षी मलिक ने दावा किया है कि विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया ने लालच में आकर एशियाई गेम्स 2023 के ट्रायल्स में छूट ली थी।

By  Md Saif October 22nd 2024 12:51 PM

ब्यूरोः पहलवान साक्षी मलिक (Sakshi Malik) की आत्मकथा 'विटनेस' (Witness) में कई खुलासे के बाद विवाद खड़ा हो गया। अपनी आत्मकथा में साक्षी मलिक ने दावा किया है कि विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) और बजरंग पूनिया (Bajrang) ने लालच में आकर एशियाई गेम्स 2023 के ट्रायल्स में छूट ली थी। भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष और पूर्व भाजपा सांसद बृज भूषण के खिलाफ सेक्शुअल हैरेसमेंट के विरोध में रेसलर प्रोटेस्ट की छवि खराब हुई थी।


साक्षी मलिक की आत्मकथा में यह भी दावा किया गया है कि पहलवानों को आंदोलन करने के लिए बीजेपी नेता और दंगल गर्ल बबीत फोगाट और सोनीपत से बीजेपी नेता तीर्थ राणा ने उकसाया था। उन दोनों की तरफ से ही परमिशन दिलाई गई थी। बबीता फोगाट और राणा, बृजभूषण को कुश्ती संघ के अध्यक्ष पद से हटाकर खुद उस पर बैठना चाहते थे। हमें उस समय ये लगा था कि बबीता भी आंदोलन में बैठेगी।


जो कुछ भी आप सुनते हैं, उस पर विश्वास मत करो- विनेश


अब इस पूरे मामले में बयानों का सिलसिला जारी है। कांग्रेस की टिकट से विधायक बन चुकीं विनेश फोगाट ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया, जिसमें लिखा- 'जो कुछ भी आप सुनते हैं, उस पर विश्वास मत करो। एक कहानी के हमेशा तीन पहलू होते हैं। आपका, उनका और सच।'


महावीर फोगाट ने क्या कहा?

इसके बाद महावीर फोगाट का भी रिएक्शन आया है। साक्षी मलिक द्वारा बबीता फोगाट पर डब्ल्यूएफआई का अध्यक्ष बनने के आरोपों पर द्रोणाचार्य अवार्डी महाबीर फोगाट ने कटाक्ष किया है। उन्होंने कहा साक्षी मलिक कांग्रेस की भाषा में बोल रही हैं, बबीता ने खिलाड़ियों का समझौता करवाने की पैरवी की थी, धरने पर समर्थन में मैं भी गया था। चुनाव के बाद प्रियंका गांधी व दीपेंद्र हुड्‌डा ऐसे बयान साक्षी मलिक के माध्यम से बुलवा रहे हैं। बबीता का डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष बनने का कोई इरादा नहीं था, बबीता उस समय खिलाड़ियों के पक्ष में थी। सरकार के माध्यम से खिलाड़ियों की मांगे मनवाई गई और मामला कोर्ट में विचाराधीन है।


साक्षी मलिक की आत्मकथा ने किए 4 बड़े खुलासे


1. विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया ने लालच में आकर ट्रायल्स से छूट ली थी।

पहलवान साक्षी मलिक की तरफ से आत्मकथा में कहा गया कि रेसलर प्रोटेस्ट के कारण संघ को सस्पेंड कर दिया गया। जिसके बाद कामकाज एडहॉक कमेटी देखने लगी। जिससे बजरंग और विनेश को साल 2023 के एशियाई खेलों के ट्रायल्स में छूट दी। उस समय मुझे भी मेल करने को कहा गया था, लेकिन मैने मना कर दिया था। विनेश और बजरंग ने कुछ लोगों को प्रभावित किया। बजरंग और विनेश के ट्रायल्स से छूट लेने का अच्छा असर नहीं पड़ा। इससे हमारे विरोध प्रदर्शन की छवि बुरी तरह प्रभावित हुई। इससे हम ऐसी स्थिति में पहुंच गए, जिसमें कई समर्थकों ने यह सोचना शुरू कर दिया कि हम अपने स्वार्थ के लिए यह विरोध कर रहे हैं।'


2. मुझे तो जंतर मंतर जाकर पता चला था कि प्रोटेस्ट करने वाले हैं।

रेसलर प्रोटेस्ट से पहले एक जगह हमारी बैठक हुई थी। तब मुझे बबीत का फोन ये पूछने के लिए आया था कि क्या मैं आ रही हूं। मैंने तब बजरंग को फोन किया तो बजरंग ने मुझे कहा कि मैं भी जा रहा हूं, तू भी आ जा। तब हमें पता चला कि प्रदर्शन होने वाला और इसकी परमिशन हमें बबीता और तीर्थ राणा ने दिलाई है। वह चाहते थे कि बृजभूषण हट जाए और हम में से कोई एक वहां बैठे। हमें लग रहा था कि हम 11 बजे सुबह वहां बैठेंगे और 1 बजे तक हमारी सुनवाई पूरी हो जाएगी। लेकिन आंदोलन लंबा चला। 


3. विनेश के साथ ओलंपिक में कोई साजिश नहीं हुई थी।

साक्षी मलिक की मानें तो पेरिस ओलंपिक में विनेश फोगाट के साथ कोई साजिश नहीं हुई थी। 100 ग्राम क्या 10 ग्राम ज्यादा होने पर भी UWW का नियम परमिशन नहीं देता। हां, इतना जरुर है कि विनेश ने वजन कम करने के लिए बाल काटे, कॉस्ट्यूम छोटे किए। मैं भी उस दिन विनेश को देखकर कई बार रोई थी।


4. बचपन में ट्यूशन टीचर ने छेड़ा तो लगा यह मेरी ही गलती

साक्षी मलिक ने बताया कि बचपन में ट्यूशन देने वाले टीचर ने मुझसे छेड़छाड़ की थी। लेकिन इस बारे में मैं अपने पेरेंट्स को नहीं बता सकी, क्योंकि मुझे लगा मेरी गलती थी। 

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