श्री खाटू श्याम मंदिर के प्रबंधन पर सरकार के अधिकारियों ने जताया हक़ तो भड़की मंदिर सेवा समिति, हाईकोर्ट ने सरकार से मांगा जवाब !
इस मामले में दया याचिका पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने सरकार को नोटिस जारी किया है. साथ ही संबंधित अधिकारियों को इस मुद्दे पर अंतिम फैसला न लेने के निर्देश भी दिए गए हैं
ब्यूरो: मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की अध्यक्षता में पिछले दिनों हुई कैबिनेट की मीटिंग में एक फैसला लिया गया था जिसको लेकर अब कानूनी पेंच फंस गया है। दरअसल पानीपत जिले के चुलकाना स्थित श्री खाटू श्याम बाबा मंदिर के कामकाज के प्रबंधन के लिए श्री खाटू श्याम बाबा श्राइन बोर्ड बनाने का यह मामला है जो अब पंजाब हरियाणा हाई कोर्ट तक पहुंच चुका है।
इस मामले में दया याचिका पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने सरकार को नोटिस जारी किया है. साथ ही संबंधित अधिकारियों को इस मुद्दे पर अंतिम फैसला न लेने के निर्देश भी दिए गए हैं। हार्ड कोर्ट में अब इस मामले की अगली सुनवाई 19 मई को होगी।
दरअसल श्री श्याम मंदिर सेवा समिति चुलकाना धाम ने कोर्ट में याचिका दायर करके कहा था कि समिति को सुनवाई का मौका दिए बिना ही मंदिर का प्रबंधन और कब्जा अधिकारियों ने अपने हाथ में ले लिया है। कोर्ट का मानना है कि अगली तारीख पर जिम्मेदार अधिकारी द्वारा एक विशिष्ट हलफनामा दाखिल किया जाए जिसमें यह पता चले कि जीटी रोड से मंदिर तक सड़क की री-कारपेटिंग पूरी हो गई है या नहीं।
अभी तक मंदिर का प्रबंधन का काम देख रही समिति की ओर से दायर याचिका में दावा किया गया है कि वह 1982 से मंदिर के मामलों का इंतज़ाम देख रही है। आपको बता दें कि हरियाणा में हर साल स्थानीय और पड़ोसी राज्यों से लाखों श्रद्धालु और तीर्थ यात्री विशेष धार्मिक मौकों पर मंदिर में पूजा अर्चना करने पहुंचते हैं।