अनोखा होगा 15वीं विधानसभा का शीतकालीन सत्र, जानिए क्या रहेगा खास !
सरकार द्वारा भेजे गए शेड्यूल के मुताबिक विधानसभा में सरकार द्वारा तीन विधेयक पेश किए जाएंगे। वहीं दूसरी तरफ इस सत्र में विपक्ष, किसानों की गिरफ्तारी और पुलिस अधिकारियों पर लग रहे यौन शोषण के आरोप जैसे कुछ अहम मुद्दों पर सरकार को घेरने की कोशिश करेगी
चंडीगढ़: हरियाणा की 15वीं विधानसभा का पहला सत्र 13 नवंबर से शुरू होगा जो कि 15 नवंबर तक चलेगा। तीन दिवसीय इस सत्र में राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय का अभिभाषण पेश होने के बाद एक ही दिन इस पर चर्चा होगी, साथ ही उसी दिन मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी अभिभाषण पर हुई चर्चा का जवाब भी देंगे। यह सत्र पहले हुए सभी सत्रों से काफी अलग होगा क्योंकि यह पहली बार है जब सत्र के दौरान प्रश्नकाल नहीं होगा।
सरकार ने सत्र का अनुमानित शेड्यूल विधानसभा को भेज दिया है। हालांकि फाइनल शेड्यूल फाइनल बिजनेस एडवाइजरी कमेटी यानी BAC की बैठक में तय होगा।
राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा करना और उसी दिन जवाब देने का समय काफी कम पड़ेगा।ऐसे में विपक्षी दल खासतौर पर कांग्रेस के विधायक ये मांग कर सकते हैं कि राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा कम से कम दो दिन होनी चाहिए।
सरकार द्वारा भेजे गए शेड्यूल के मुताबिक विधानसभा में सरकार द्वारा तीन विधेयक पेश किए जाएंगे। वहीं दूसरी तरफ इस सत्र में विपक्ष, किसानों की गिरफ्तारी और पुलिस अधिकारियों पर लग रहे यौन शोषण के आरोप जैसे कुछ अहम मुद्दों पर सरकार को घेरने की कोशिश करेगी.
बिना प्रश्नकाल के होगा इस विधानसभा का सत्र
हरियाणा की 15वीं विधानसभा का ये सत्र पहला ऐसा सत्र होगा, जिसमें प्रश्न काल नहीं होगा। विधायकों का शपथ ग्रहण पिछले महीने एक दिवसीय सत्र के दौरान हो चुका है। उसी दिन स्पीकर हरविंद्र सिंह कल्याण और डिप्टी स्पीकर डॉ कृष्ण मिड्ढा का बतौर स्पीकर और डिप्टी स्पीकर चुनाव हुआ था। नायब सैनी सरकार की तरफ से राज्यपाल का ये पहला अभिभाषण होगा, ऐसे में सभी की नज़रें इस पर रहेंगी कि सरकार का ब्लू प्रिंट कैसे रखा जाता है.
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री नायब सैनी विधानसभा चुनाव में लगातार कहते रहे हैं कि उन्होंने 100 दिन का ब्लू प्रिंट तैयार किया था, लेकिन बीच में आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू हो गई और वे 56 दिन ही काम कर पाए। बहरहाल, तीन दिवसीय इस सत्र के हंगामेदार होने के आसार ज़रूर हैं. आपको बता दें कि कांग्रेस की ओर से अभी भी नेता विपक्ष का चुनाव नहीं किया गया है.