Nayab Saini Cabinet: सैनी सरकार के नए मंत्री अनिल विज, बैंक में नौकरी करने से लेकर 7 बार के लगातार विधायक तक

Nayab Saini Cabinet: हरियाणा में लगातार तीसरी बार जीत कर भाजपा ने इतिहास रच दिया। जिसके बाद आज नायब सैनी ने दूसरी बार सीएम पद की शपथ ली। सीएम सैनी के साथ 13 मंत्रियों ने शपथ ली। जिसमें मंत्री अनिल विज का नाम भी शामिल है। अनिल विज ने बैंक में नौकरी करने से लेकर राज्य के मंत्री के रूप में एक लंबी राजनीतिक यात्रा तय की है।

By  Md Saif October 17th 2024 01:40 PM

ब्यूरोः Nayab Saini Cabinet: हरियाणा में लगातार तीसरी बार जीत कर भाजपा ने इतिहास रच दिया। जिसके बाद आज नायब सैनी ने दूसरी बार सीएम पद की शपथ ली। हरियाणा में सीएम समेत 14 विधायकों ने भी शपथ ली। पंचकूला के दशहरा मैदान में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में पीएम मोदी, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्‌डा, केंद्रीय मंत्री अमित शाह, नितिन गडकरी और राजनाथ सिंह और एनडीए शासित राज्यों के सीए-डिप्टी सीएम शामिल हुए।  

सीएम सैनी के साथ 13 मंत्रियों ने शपथ ली। जिसमें मंत्री अनिल विज का नाम भी शामिल है। अनिल विज ने बैंक में नौकरी करने से लेकर राज्य के मंत्री के रूप में एक लंबी राजनीतिक यात्रा तय की है। चुनाव से पहले तक सीएम पद का दावा करने वाले विज ने कल विधायक दल की बैठक में सैनी के नाम का प्रस्ताव रखा था। जिसके बाद विज ने मीडिया से बात करते हुए कहा था कि पार्टी अगर मुझे चौकीदार का पद भी दे तो मैं उसका पालन करूंगा। आइए जानते हरियाणा के नए मंत्री अनिल विज के बारे में।



शपथ लेते हुए अनिल विज


अनिल विज का राजनीतिक सफर  

हरियाणा के सबसे सीनियर विधायक अनिल विज हैं। यह ऐसे पहले विधायक बने हैं, जिन्होंने सात बार लगातार विधानसभा चुनाव जीता है। विज मनोहर लाल खट्‌टर के कार्यकाल में सेकेंड पोजीशन पर रह चुके हैं। हालांकि नायब सैनी के कार्यकाल में उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया गया था, लेकिन इस बार वह फिर से कैबिनेट में शामिल होने के बाद अहम विभागों की जिम्मेदारी संभाल सकते हैं। अनिल विज पंजाबी समुदाय से आते हैं।  

अंबाला की अबांला कैंट सीट से विधायक 71 वर्षीय अनिल विज ने बी.एससी की पढ़ाई की है। वे कॉलेज के समय से ही ABVP से जुड़े हुए हैं। साल 1970 में वे विद्यार्थी परिषद के जनरल सेक्रेटरी बने थे। अनिल विज ने साल 1974 में बैंक में नौकरी की थी। फिर वे 1990 में उप-चुनाव लड़कर पहली बार भाजपा की टिकट पर विधायक बने थे। साल 2014 में हरियाणा में भाजपा की सरकार आने के बाद खट्टर कैबिनेट में शामिल हुए थे।


अनिल विज का जीवन  

अंबाला कैंट के भीम सेन इलाके में 15 मार्च, 1953 को जन्मे अनिल विज छह बार के विधायक और प्रदेश की सरकार में गृह, खेल और स्वास्थ्य मंत्री रह चुके हैं। अनिल विज ने अपनी सियासी पारी की शुरुआत संघ और विद्यार्थी परिषद से की थी। अंबाला कैंट के एसडी कॉलेज में पढ़ते हुए विज संघ और एबीवीपी से जुड़ गए, साल 1970 में विज एबीवीपी के महासचिव बने। साल 1974 में अनिल विज स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में नौकरी करने लगे।

जब साल 1990 में हरियाणा की अंबाला सीट से विधायक सुषमा स्वराज राज्यसभा गईं, तो पार्टी ने विज को नौकरी से इस्तीफा देकर चुनाव लड़ने को कहा। विज ने चुनाव लड़ा और जीते भी, इसके बाद वह बीजेपी युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष भी बने। साल 1996 और 2000 के चुनाव में विज ने निर्दलीय ही जीत हासिल कर ली। लेकिन साल 2005 में विज अंबाला छावनी से चुनाव हार गए।

2009 में उन्होंने बीजेपी के उम्मीदवार के रूप में जीत दर्ज की। साल 2014 में भी उन्होंने अपनी जीत को दोहराया और प्रदेश में भाजपा सरकार बनने पर हरियाणा सरकार में बतौर कैबिनेट मंत्री शामिल हुए। अनिल विज नवंबर 2020 में राज्य में कोविड-19 वैक्सीन के लिए स्वेच्छा से आगे आने वाले पहले व्यक्ति बने। छह बार के विधायक विज हरियाणा भाजपा के वरिष्ठ नेता में शामिल हैं और खुद को मुख्यमंत्री पद का दावेदार मानते हैं। हालांकि मनोहर लाल खट्टर के इस्तीफे और सैनी के सीएम बनने के बाद, उन्हें कैबिनेट में नहीं शामिल किया गया।

Related Post