किसानों के लिए बड़ा तोहफा, मोदी सरकार ने 6 रबी फसलों के लिए बढ़ाया MSP

केंद्र सरकार ने 2025-26 के विपणन सत्र के लिए छह रबी फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में वृद्धि की घोषणा की है।

By  Deepak Kumar October 16th 2024 05:23 PM

ब्यूरोः केंद्र सरकार ने 2025-26 के विपणन सत्र के लिए छह रबी फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में वृद्धि की घोषणा की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की कैबिनेट समिति (CCEA) ने किसानों को बेहतर मूल्य प्रदान करने के लिए MSP वृद्धि को मंजूरी दी। बुधवार को कैबिनेट बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस फैसले की घोषणा की। 

रबी फसलों के लिए एमएसपी बढ़ोतरी का विवरण

 गेहूं: ₹2,275 से ₹150 प्रति क्विंटल बढ़कर ₹2,425

जौ: ₹1,850 से ₹130 प्रति क्विंटल बढ़कर ₹1,980

चना: ₹5,440 से ₹210 प्रति क्विंटल बढ़कर ₹5,650

मसूर: ₹6,425 से ₹275 प्रति क्विंटल बढ़कर ₹6,700

रेपसीड/सरसों: ₹5,650 से ₹300 प्रति क्विंटल बढ़कर ₹5,950

कुसुम: ₹140 प्रति क्विंटल बढ़कर ₹5,940 ₹5,800

सरकार का लक्ष्य: उचित मूल्य निर्धारण और फसल विविधीकरण

एमएसपी में की गई वृद्धि केंद्रीय बजट 2018-19 के वादे के अनुरूप है, जिसमें एमएसपी को अखिल भारतीय भारित औसत उत्पादन लागत से कम से कम 1.5 गुना निर्धारित करने का वादा किया गया है। फसलों के लिए उत्पादन की औसत लागत पर अपेक्षित मार्जिन इस प्रकार हैं:

गेहूं: 105 प्रतिशत

रेपसीड/सरसों: 98 प्रतिशत

मसूर: 89 प्रतिशत

चना: 60 प्रतिशत

जौ: 60 प्रतिशत

कुसुम: 50 प्रतिशत

एमएसपी में की गई वृद्धि का उद्देश्य किसानों को बेहतर रिटर्न प्रदान करना और फसलों के विविधीकरण को प्रोत्साहित करना है।

किसानों के कल्याण और उपभोक्ता हितों को बढ़ावा देना

केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस बात पर प्रकाश डाला कि यह योजना किसानों की आय को बढ़ाएगी, उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा करेगी और प्रमुख कृषि-बागवानी वस्तुओं के उत्पादन का समर्थन करेगी। यह आवश्यक फसल उत्पादन में भारत की आत्मनिर्भरता को बढ़ाने और कृषि अर्थव्यवस्था को और सुरक्षित करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।


Related Post