मिलिए, पीएम मोदी के ‘क्लीन इंडिया’ मिशन को आगे बढ़ा रहे 72 वर्षीय ‘मोदी भक्त’ रामचंद्र स्वामी से, बस एक बार है मिलने की तमन्ना ...
करीब 10 सालों से पीएम मोदी के ‘क्लीन इंडिया’ मिशन को आगे बढ़ा रहे रामचंद्र द्वारा शुरू की स्वच्छता मुहिम आज भी जारी है, जो हरियाणा के अलावा गुजरात, राजस्थान में कई स्थानों पर अपना अभियान जारी रखे हुए हैं. जहां भी कूड़ा मिलता है, हाथों में झाड़ू लेकर अकेले ही सफाई करने में जुट जाते हैं रामचंद्र स्वामी
चरखी दादरी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से स्वच्छता और साफ सफाई के प्रति जागरुकता से प्रभावित 72 वर्षीय रामचंद्र स्वामी अपनी झाडू से निशुल्क सार्वजनिक स्थानों को चमकाने में जुटे हुए हैं। करीब 10 सालों से पीएम मोदी के ‘क्लीन इंडिया’ मिशन को आगे बढ़ा रहे रामचंद्र द्वारा शुरू की स्वच्छता मुहिम आज भी जारी है, जो हरियाणा के अलावा गुजरात, राजस्थान में कई स्थानों पर अपना अभियान जारी रखे हुए हैं. जहां भी कूड़ा मिलता है, हाथों में झाड़ू लेकर अकेले ही सफाई करने में जुट जाते हैं रामचंद्र स्वामी. सफाई के प्रति जागरुक ये शख्स पीएम मोदी से मिलने की तमन्ना लिए हुए लगातार सफाई का काम चला रहे हैं.
दरअसल, जिले के गांव कारी मोद निवासी 72 वर्षीय रामचंद्र स्वामी ने 10 साल पहले देश को स्वच्छ बनाने की ठानी और झाड़ू उठा अकेले ही निकल पड़े। रामचंद्र ने प्रधानमंत्री से प्रभावित होकर झाड़ू उठाया था। पीएम मोदी को भगवान कृष्ण स्वरूप मानने वाले रामचंद्र स्वयं को गरीब सुदामा बताते हैं और पीएम मोदी से मिलने दो बार दिल्ली तक की पैदल यात्रा कर चुके हैं। बावजूद उनकी मुलाकात नहीं हो पाई है।
पीएम के प्रति उनकी आस्था के चलते लोग उन्हें मोदी भक्त के नाम से जानते हैं। रामचंद्र स्वामी का कहना है कि वह ट्रक ड्राइवरी का काम करते थे और अक्सर उनका गुजरात आना-जाना रहता था। वहां के स्वच्छता कार्यों से प्रभावित होकर उनके मन में नरेंद्र मोदी के प्रति आस्था जगी। वहीं जब 2014 लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री पद का चेहरा घोषित किया गया तो उन्होंने उनके प्रधानमंत्री बनने की कामना करते हुए तीन महिने नौ दिन का उपवास रखा।
वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री ने पीएम बनने के बाद जब झाडू उठाकर स्वच्छता अभियान की शुरूआत की तो रामचंद्र ने भी ट्रक ड्राइवरी छोड़ झाडू उठा ली और स्चछता अभियान की शुरूआत की। रामचंद्र अपनी कार में हमेशा झाडू साथ रखते और अलग-अलग स्थानों पर पहुंचकर मुख्य बाजारों, चौक-चौराहों के अलावा सार्वजनिक स्थानों पर सफाई में जुटे रहते हैं।
उन्होंने बताया कि वे प्रतिदिन सुबह
5 बजे से अपनी कार लेकर
घर से निकल जाते हैं और सार्वजनिक स्थानों, चौक-चौराहों, सड़कों, गलियों में कूड़ा देखकर साफ-सफाई करते हैं। रामचंद्र के मुताबिक गंदगी से बीमारियां फैलती हैं। ऐसे में प्रत्येक व्यक्ति यदि अपने आसपास
प्रतिदिन 5
मिनट भी साफ-सफाई करे तो देश की तस्वीर ही बदल सकती हैं और धरती पर ही स्वर्ग बन सकता है।