सीएमओ में दिखाई देंगे कई नए चेहरे, मनोहर लाल के करीबियों को नहीं मिलेगी जगह !
लगातार तीसरी बार बनी भाजपा की सरकार में इस बार सीएमओ में कुछ अलग दिखेगा। माना यह भी जा रहा है कि पूर्व सीएम और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल के खासमखास शायद ही इस बार सीएमओ में दिखाई दें
ब्यूरो: मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के सीएमओ में इस बार कई नए चेहरे दिखाई दे सकते हैं। सीएमओ में आने के लिए दो भूतपूर्व राज्य मंत्री भी कतार में लगे हुए हैं । इस बार सीएमओ के गठन में जो सबसे अहम बात होगी वह यह कि पूर्व सीएम और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल के करीबी शायद ही दिखाई दे।
हालांकि यह बात भी सामने आ रही है कि पूर्व सीएम मनोहर लाल के करीबी माने जाने वाले दो वरिष्ठ आईएएस अधिकारी के फिर से सीएमओ में आने के पूरे आसार बने हुए हैं, लेकिन अंतिम फैसला दिल्ली से मंजूरी के बाद ही होगा।
सूत्रों के मुताबिक 13 नवंबर से शुरू होने जा रहे विधानसभा सत्र से पहले ही सीएमओ का गठन भी हो जाएगा। दरअसल सीएमओ का मुखिया सीएम का मुख्य प्रधान सचिव होता है। इस समय इस पद पर रिटायर्ड आईएएस राजेश खुल्लर कार्यरत हैं। हाल ही में उनकी नियुक्ति को लेकर आदेश जारी हुए हैं।
हालांकि यह भी रोचक है कि उनकी नियुक्ति को लेकर भी काफी विवाद हुआ । पहले उन्हें कैबिनेट रैंक का दर्जा दिया गया जिसे बाद में रोक दिया गया और फिर से नए आदेश जारी किए गए।
गौरतलब है कि सीएमओ में एक PS यानी प्रिंसिपल सेक्रेटरी और दो एडिशनल प्रिंसिपल सेक्रेटरी यानी APS भी नियुक्त किए जाते हैं । वरिष्ठ आईएएस वी. उमाशंकर अभी तक PS के पद पर थे, अब वह केंद्र में डेपुटेशन पर चले गए । इसके बाद अब इस पद के लिए 3 वरिष्ठ आईएएस अफसर के नामों पर विचार किया जा रहा है।