HSGPC चुनाव: चार गुटों में कांटे की टक्कर, 3.65 लाख मतदाता करेंगे उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला !
HSGPC के चुनाव में चार प्रमुख सिख नेताओं बलजीत सिंह दादूवाल, जगदीश सिंह झींडा, बलदेव सिंह कायमपुरी और दीदार सिंह नलवी गुटों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। बलजीत सिंह दादूवाल की टीम शिरोमणि अकाली दल (हरियाणा) आजाद के बैनर तले चुनाव लड़ रही है, जबकि जगदीश सिंह झींडा ने पंथक दल (झींडा) के बैनर तले अपनी पसंद के उम्मीदवारों को चुनाव मैदान में उतारा है
चंडीगढ़: हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सदस्यों के चयन को लेकर रविवार को मतदान होगा। शनिवार यानी आज पोलिंग पार्टियां मतदान केंद्र पर पहुंच चुकी है। 40 सदस्यों के चुनाव को लेकर 3.65 लाख मतदाता मतदान करेंगे। HSGPC के मतदान के लिए चार गुटों में टक्कर है। सरकार द्वारा संवेदनशील स्थानों पर ड्यूटी मेजिस्ट्रेट नियुक्त किए गए हैं। खास बात यह, आम चुनावों की तर्ज पर एचएसजीपीसी के चुनाव में भी नोटा का बटन रखा गया है।
राज्य के 22 जिलों में 40 सीटों पर रविवार को होने वाले चुनाव में सिख राजनीति के चार बड़े प्रमुख धड़े अपने किस्मत आजमा रहे हैं। जिनमें 164 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं। इनमें निर्दलीय उम्मीदवारों की संख्या अधिक है। करीब चार लाख सिख मतदाता इस चुनाव में वोट डालेंगे।
हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के चुनाव के लिए आरंभ में 290 उम्मीदवारों के नाम योग्य पाए गए थे, जिनमें से 126 ने नाम वापस ले लिए और अब 164 उम्मीदवारों में से 40 सदस्यों का चयन होगा। सबसे ज्यादा हिसार वार्ड से आठ उम्मीदवार एचएसजीपीसी का चुनाव लड़ रहे हैं। 22 जिलों के 40 वार्डों में 390 बूथों पर मतदान होगा। हरियाणा में साल 2013-14 के बाद पहली बार एचएसजीपीसी के चुनाव होने जा रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की सरकार में एचएसजीपीसी का गठन हुआ था, जबकि पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इस कमेटी को मान्यता प्रदान करते हुए उसे निरंतर काम करने का मौका दिया। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के कार्यकाल में एचएसजीपीसी को स्वतंत्र चुनाव कराने का मौका मिला है। साल 2013-14 से पहले शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी के तहत चुनाव होते थे।
चार गुटों की प्रतिष्ठा दांव पर
HSGPC के चुनाव में चार प्रमुख सिख नेताओं बलजीत सिंह दादूवाल, जगदीश सिंह झींडा, बलदेव सिंह कायमपुरी और दीदार सिंह नलवी गुटों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। बलजीत सिंह दादूवाल की टीम शिरोमणि अकाली दल (हरियाणा) आजाद के बैनर तले चुनाव लड़ रही है, जबकि जगदीश सिंह झींडा ने पंथक दल (झींडा) के बैनर तले अपनी पसंद के उम्मीदवारों को चुनाव मैदान में उतारा है। बलदेव सिंह कायमपुरी की टीम हरियाणा सिख पंथक दल के बैनर तले चुनाव लड़ रही है, जबकि दीदार सिंह नलवी के उम्मीदवार सिख समाज संस्था के प्रत्याशियों के रूप में ताल ठोंके हुए हैं। गुरुद्वारा संघर्ष कमेटी हरियाणा ने भी अपने उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतारे हैं, जो सिर्फ सिरसा तक सीमित हैं।
चार जिले सिख बाहुल्य
प्रदेश में करनाल, कुरुक्षेत्र, सिरसा और अंबाला लोकसभा क्षेत्र सिख बाहुल्य हैं, जबकि तीन दर्जन विधानसभा सीटों पर सिख मतदाता किसी भी उम्मीदवार की हार जीत में निर्णायक भूमिका निभाते रहे हैं। इस लिहाज से सभी राजनीतिक दल परदे के पीछे रहकर हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के चुनाव में पूरी दिलचस्पी ले रहे हैं। बलजीत सिंह दादूवाल ग्रुप को भाजपा सरकार का समर्थन बताया जाता है, जबकि जगदीश सिंह झींडा को आरंभ में कांग्रेस का समर्थन रहा है। दीदार सिंह नलवी की गिनती भाजपा व कांग्रेस दोनों खेमों में की जाती है।
40 सीटों के चुनाव के लिए बनाए गए हैं 406 मतदान केंद्र : संदीप सिंह
हरियाणा गुरुद्वारा चुनाव के सचिव संदीप कुमार ने बताया कि एचएसजीपीसी चुनाव में नोटा का प्रयोग होगा। चुनाव में ईवीएम का प्रयोग होगा, लेकिन वीवीपैट का इस्तेमाल नहीं होगा। 40 वार्ड में से सबसे ज्यादा सिरसा जिले में 9 वार्ड हैं और 406 बूथों से 94 बूथ अकेले सिरसा में हैं। चुनाव मैदान में 165 उम्मीदवार थे, जिनमें से टोहाना-वार्ड 25 में अमनप्रीत को निर्विरोध चुना गया है। अब 164 उम्मीदवारों में से 7 महिला उम्मीदवार और 157 पुरुष उम्मीदवार चुनावी मैदान में डटे हुए हैं। कुल 3 लाख 65 हजार 184 मतदाता हैं, जिनमें से एक लाख 65 हजार 301 पुरुष और एक लाख 90 हजार 882 महिला और एक अन्य मतदाता है। चुनाव में 1500 के करीब पुलिस कर्मचारी तैनात रहेंगे, प्रत्येक बूथ पर लगभग 4 से 5 पुलिस कर्मियों की ड्यूटी ( बाहरी फोर्स की नहीं रहेगी कहीं भी ड्यूटी ) रहेगी और डेढ़ हजार के करीब ही सरकारी कर्मियों की ड्यूटी चुनाव करवाने में रहेगी। सुबह 8 बजे से 5 बजे तक वोटिंग का समय निर्धारित किया गया है, उसके बाद वोटों की गिनती शुरू कर रिजल्ट घोषित किया जाएगा।