बीजेपी सरकार के नाकारेपन की भेंट चढ़े हिसार और करनाल एयरपोर्ट- पूर्व सीएम हु्ड्डा का प्रदेश सरकार पर बड़ा हमला !

हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस सरकार के दौरान अगस्त 2013 में ही हिसार और करनाल में मौजूदा हवाई पट्टियों को घरेलू हवाई अड्डों के तौर पर विकसित करने को मंजूरी मिल गई थी। इससे पहले भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण (एएआई) और हरियाणा सरकार द्वारा अक्टूबर 2012 में संयुक्त व्यवहार्यता अध्ययन किया गया और एएआई द्वारा एक व्यवहार्यता रिपोर्ट तैयार की गई

By  Baishali April 2nd 2025 05:59 PM
बीजेपी सरकार के नाकारेपन की भेंट चढ़े हिसार और करनाल एयरपोर्ट- पूर्व सीएम हु्ड्डा का प्रदेश सरकार पर बड़ा हमला !

चंडीगढ़: पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा है कि हिसार और करनाल एयरपोर्ट बीजेपी सरकार के भ्रष्टाचार और नाकारेपन की भेंट चढ़े हैं। कांग्रेस कार्यकाल के दौरान स्वीकृत एयपोर्ट को बनाने में ना सिर्फ बीजेपी सरकार ने ऐतिहासिक देरी की, बल्कि करोड़ों रुपये के घोटाले को भी अंजाम दिया। घोटाले का आलम देखिए कि बगैर नींव के ही एयरपोर्ट की बाउंड्री वॉल को बना दिया गया। 


हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस सरकार के दौरान अगस्त 2013 में ही हिसार और करनाल में मौजूदा हवाई पट्टियों को घरेलू हवाई अड्डों के तौर पर विकसित करने को मंजूरी मिल गई थी। इससे पहले भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण (एएआई) और हरियाणा सरकार द्वारा अक्टूबर 2012 में संयुक्त व्यवहार्यता अध्ययन किया गया और एएआई द्वारा एक व्यवहार्यता रिपोर्ट तैयार की गई। हरियाणा सरकार ने हिसार और करनाल हवाई पट्टियों के उन्नयन के लिए एएआई द्वारा आवश्यक भूमि की पेशकश की, जैसा कि एएआई द्वारा मांगा गया था। प्रदेश व केंद्र में सरकार बदलने के बाद जुलाई 2015 की पीआईबी रिलीज से भी स्पष्ट हो जाता है कि उस समय के नागरिक उड्डयन मंत्री श्री सिद्धेश्वर ने भी कांग्रेस सरकार की योजना को स्वीकार किया था। हिसार और करनाल हवाई पट्टियोँ को उन 50 स्थानों में चिन्हित किया गया, जहां छोटे हवाई अड्डे विकसित होने थे। लेकिन तभी से बीजेपी सरकार ने इस परियोजना को ठंडे बस्ते में डाल दिया। 


ऐसा लगता है कि इतने साल से लटकी पड़ी इस परियोजना को पूरा करने की बजाए, बीजेपी और बीजेपी-जेजेपी सरकारों का सारा ध्यान घोटाले को अंजाम देने पर रहा। हिसार एयरपोर्ट की बाउंड्री वॉल के निर्माण में 180 करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार से सरकार की मंशा का भंडाफोड़ हो गया है। बगैर नींव के बनाई गई बाउंड्री वॉल ने एयरपोर्ट की सुरक्षा को खतरे में डाल दिया है। क्योंकि कोई भी जानवर एयरपोर्ट में घुस सकता है। लगभग 7200 एकड़ में फैले इस एयरपोर्ट में अगर हवाई जहाज के उड़ने या लैंड करने के समय कोई जानवर रनवे पर आ गया, तो बड़ा हादसा भी हो सकता है। यह सीधे-सीधे एयरपोर्ट सुरक्षा की चूक का मामला भी है।


हरियाणा पीडब्लूडी द्वारा हिसार एयरपोर्ट पर 362 करोड़ रुपये से अधिक के काम किए गए हैं, जिसमें बाउंड्री वॉल के अलावा, रनवे, इंस्पेक्शन रोड इत्यादि भी शामिल हैं। खबरें यह भी आ रही हैं कि डीजीसीए के मापदंडों के अनुरूप रनवे के निर्माण को लेकर भी संशय पैदा हुआ है। अगर यह सही है, तो एयरपोर्ट इस्तेमाल करने वाले हर व्यक्ति की सुरक्षा में चूक का मामला है। 


खबरों आ रही हैं कि डीजीसीए यानी डायरेक्टर जनरल सिविल एविएशन, भारत सरकार के अधिकारियों ने हरियाणा सरकार व उसके पीडब्लूडी विभाग से नाराजगी जाहिर करते हुए, उन्हें भविष्य के लिए हिसार एयरपोर्ट पर कोई भी काम करने से मनाही कर दी है। यह भी कहा जा रहा है कि हिसार एयरपोर्ट का काम अब एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया स्वयं करवाएगा। तो क्या फिर यह हरियाणा सरकार के फेलियर, भ्रष्टाचार व निकम्मेपन का सबूत नहीं है? 


हुड्डा ने इस पूरे मामले में उच्च स्तरीय निष्पक्ष जांच और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।


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