हिमाचल सरकार बंद करेगी 1500 स्कूल और 18 कॉलेज
हिमाचल प्रदेश की मौजूदा सरकार प्रदेश के 1500 स्कूल और 18 कॉलेजों को आगामी शिक्षा सत्र में बंद करने जा रही है।
हिमाचल प्रदेश की मौजूदा सरकार प्रदेश के 1500 स्कूल और 18 कॉलेजों को आगामी शिक्षा सत्र में बंद करने जा रही है। सरकार ने महज 10 से लेकर 25 ही छात्र/छात्राओं वाले सरकारी स्कूलों को बंद करने का प्रस्ताव तैयार किया गया है। ऐसे करीब 1,500 प्राथमिक, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक सरकारी स्कूलों को बंद किया जाएगा। कई स्कूलों में विद्यार्थियों की कम संख्या के चलते प्रदेश की सुखविंद्र सिंह साकार यह कदम उठाने जा रही है। प्रदेश मंत्रीमंडल की आगामी बैठक में इस पर अंतिम निर्णय लिया जाना है। इन स्कूलों में पढ़ रहे विद्यार्थियों, शिक्षकों और अन्य कर्मचारियों को साथ लगते स्कूलों में शामिल जाएगा।
खाली हुए विद्यालयी भवनों को ग्राम पंचायतों, महिला मंडलों या युवक मंडलों को दिया जाएगा। शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने वताया कि विद्यार्थियों की कम संख्या वाले स्कूलों को चलाने की जगह उनके साथ लगते स्कूलों को मजबूत करना सरकार की प्राथमिकता है। शिक्षा विभाग की ओर से तैयार प्रस्ताव में 10 से कम विद्यार्थियों की संख्या वाले प्राथमिक, 15 से कम संख्या वाले माध्यमिक, 20 से कम संख्या वाले उच्च और 25 से कम संख्या वाले उच्च माध्यमिक स्कूलों को भंग करके उन्हें उनके साथ लगते स्कूल में शामिल किया जाएगा।
इसके साथ ही भाजपा सरकार के समय खुले 24 डिग्री कॉलेजों में से 18 कॉलेजों को बंद किया जाएगा। इन कॉलेजों में विद्यार्थियों की संख्या शून्य से 35 के बीच ही रही है । सरकार ने जिन डिग्री कॉलेजों को बंद करने का फैसला किया है उनमें स्वारघाट, बलसीना, मसरूंड, गलोड़, लंबलू, बरांडा, कोटला, चढि़यार, पंगणा, पंडोह, बागा चनौगी, जलोग, शिंगला, सतौन, ममलीग, चंडी,बरूणा और संस्कृत कॉलेज जगतसुख हैं।