Himachal: मनाली की जगह शिमला रिज मैदान पर मनाया गया 77वां स्वतंत्रता दिवस समारोह, आपदा पर रहा CM का फोकस
मनाली की जगह शिमला के एतिहासिक रिज मैदान पर 77वाँ स्वतंत्रता दिवस मनाया गया.
शिमला: मनाली की जगह शिमला के एतिहासिक रिज मैदान पर 77वाँ स्वतंत्रता दिवस मनाया गया. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने झंडा फहरा कर परेड की सलामी ली. आपदा के बीच सादे तरीके से मनाये गए इस समारोह में मुख्यमंत्री का भाषण भी आपदा पर केंद्रित रहा.
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि हिमाचल में आपदा से पहाड़ टूट पड़ा है. मन दुखी है. कई लोगों ने अपनों को खोया है. 300 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है. जख्म पैसे से नहीं भरे जा सकते। लेकिन सरकार एक- एक पैसा एकत्रित कर लोगों को राहत देगी. स्वतंत्रता दिवस सादे तरीके से मनाया जा रहा है. घाव भरना मुश्किल है. पर्यटकों को निकालने में सरकार ने अहम योगदान दिया. सेब को हर हाल में मंडियों तक पहुंचाया जायेगा. केंद्र से अंतरिम राहत की पहली किस्त का इंतज़ार है. उम्मीद है सरकार जल्द ये जारी करेगी. सरकार ने विशेष राहत लोगों को दी है. स्वतंत्रता सैनानियों को 15000 से बढ़ाकर 25000 देने की घोषणा.स्वतंत्रता सैनानियों की विधवाओं के लिए 15000 से 20000 बढ़ाया गया है.
स्वतंत्रता सैनानियों के आश्रितों को दी जाने वाली पेंशन को 50 फ़ीसदी बढ़ाने की घोषणा की गई है. शहीदों को अब 20 लाख की जगह अब 30 लाख दिए जायेंगे. उनके आश्रितों को 7 लाख की राशि देने की घोषणा की है. अपंग व्यक्तिओं को सम्मान राशि भी बढ़ाई गई है. मनरेगा की दिहाड़ी 224 से 240 रुपये करने की मुख्यमंत्री ने घोषणा की गई है. कबायली क्षेत्रों की ये दिहाड़ी 280 से 294 की गई है. हिमाचल में इंदिरा गाँधी शिशु मातृ योजना की शुरुआत करने की घोषणा की है जिसके लिए 50 करोड़ का प्रावधान रखा गया है. सेब, आम व लीची पर MIS डेढ़ रुपये साढ़े दस रुपये से बढ़ाकर 12 रुपये किए गए.