Himachal में आफत की बारिश, CM ने किया हवाई निरीक्षण, 22 अगस्त को कैबिनेट मीटिंग, पौंग डेम का पानी छोड़ने से मची तबाही
हिमाचल प्रदेश में जगह-जगह से लैंडस्लाइड, चट्टानें खिसकने, बादल फटने व बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं ।
ब्यूरो : हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश से लोग में पूरी तरह दहशत में आ गए हैं। जगह-जगह से लैंडस्लाइड, चट्टानें खिसकने, बादल फटने व बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं । हालात इतने खराब हो चुके हैं कि लोग अपने घरों से बाहर निकलने में भी डर रहे हैं।
वहीं दूसरी तरफ जिला कांगड़ा में बरसात का कहर लोगों पर जमकर टूटा है। फतेहपुर स्थित पौंग डेम का जलस्तर बढ़ जाने से डेम का पानी छोड़ते ही पानी की जद में कई क्षेत्र आ गए हैं। मंड, इंदोरा और फतेहपुर में युद्ध स्तर पर चल रहा रेस्क्यू ऑपरेशन, अब तक 766 लोगों को सुरक्षित निकाला जा चुका है। अभी तक पानी में कई लोगों के फंसने का समाचार है। मंगलवार देर रात से ही भारतीय सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, जिला प्रशासन और पुलिस के जवान भी बचाव कार्य में लगे हुए हैं। बचाव कार्य के लिए के लिए एयरफोर्स के कुल दो एमआई-17 हेलीकॉप्टर तैनात किए गए हैं। अभी तक 213 को चॉपर, 422 लोगों को बोट तथा 131 लोगों को अन्य माध्यमों से निकाल कर कैंपों में भेजा जा चुका है। जिला कांगड़ा के इंदोरा उपमंडल में अभी 493 लोगों को रेस्क्यू किया गया है।
दोनों उपमंडलों में कुल 271 लोगों ने आज राहत शिविरों में आश्रय दिया गया है। हेलीपैड से एचआरटीसी की बसों के माध्यम से लोगों को राहत शिविरों में भेजा जा रहा है। कि फतेहपुर उपमंडल में प्रशासन द्वारा स्थापित राहत शिविरों में 266 लोग रह रहें हैं, जिनमें फतेहपुर रिलीफ कैंप में 96 तथा बढूखर में 170 लोगों ने पनाह ली है। अभी भी उपायुक्त कांगड़ा डॉ. निपुण जिंदल तथा एसपी नूरपुर अशोक रतन मौके पर रेस्क्यू ऑपरेशन को संचालित कर रहे हैं।
वहीं हालातों को देखते हुए प्रदेश सरकार ने 22 अगस्त को कैबिनेट मीटिंग बुलाई है।