हरियाणा को जल्द मिलेगा अपना घरेलू हवाई अड्डा, लाइसेंस लगभग बनकर तैयार, अगले साल से ले सकते हैं घरेलू उड़ानों का लुत्फ !

गौरतलब है कि यह देश का अत्याधुनिक हवाई अड्डा होगा। यहां रनवे पर कैट टू लाइट लगी है। यानी कि नाइट लैंडिंग की सुविधा भी प्राप्त होगी। हवाई जहाजों के ट्रैफिक कंट्रोल के लिए एटीसी टावर और बिल्डिंग तैयार हो चुकी है

By  Baishali November 26th 2024 12:41 PM

हिसार: हरियाणा को जल्द अपना पहला हवाई अड्डा मिलने जा रहा है. इसके लिए लाइसेंस बनकर लगभग तैयार हो चुका है और जल्दी ही एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया इसे जारी कर सकता है. ऐसे में लाइसेंस मिलते ही हिसार से घरेलू उड़ानें शुरू हो सकेंगी. ये कयास लगाए जा रहे हैं कि 2025 यानी अगले साल के शुरू में ही हिसार से फ्लाइटों की उड़ानें शुरू हो जाएंगी. 

 

आपको बता दें कि हिसार एयरपोर्ट के लाइसेंस के लिए जो 44 आपत्तियां लगी थीं उन्हें दूर कर लिया गया है. अतिरिक्त फायर ट्रैवल वेहिकल का भी बंदोबस्त सरकार की ओर से कर लिया गया है. दरअसल फायर ट्रैवल व्हीकल ही लाइसेंस जारी होने में सबसे बड़ी बाधा बनी हुई थी. 

 

होता क्या है कि नियम के मुताबिक किसी भी एयरपोर्ट के संचालन के लिए कम से कम 2 फायर ट्रैवल व्हीकल होने चाहिए लेकिन हिसार एयरपोर्ट के पास वेहिकल एक ही था. अब इस दूसरे वेहिकल को केरल के कोचीन एयरपोर्ट से लिया गया है. ऐसे में लाइसेंस मिलने के बाद उड़ान की तैयारियां भी शुरू कर दी जाएंगी. 

 

ये भी खबर आ रही है कि हरियाणा सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इन उड़ानों को शुरू करवाने की योजना बना रही है, जैसा कि सीएम नायब सैनी ने खुद हिसार में सोमवार को मीडिया से बातचीत में बताया था. उन्होंने कहा था कि पीएम मोदी ही यहां से उड़ानों को हरी झंडी दिखाएंगे. 

 

सबसे महत्वपूर्ण पहलू इस खबर की ये है कि हिसार एयरपोर्ट को 5 राज्यों से जोड़ा जाएगा. मिली जानकारी के मुताबिक हिसार से चंडीगढ़, यूपी के अयोध्या, गुजरात के अहमदाबाद, राजस्थान के जयपुर और जम्मू-कश्मीर के जम्मू के लिए फ्लाइट शुरू हो सकता है. उड़ानों के लिए एलायंस एयर एविएशन लिमिटेड के साथ समझौता भी हो चुका है. ऐसी जानकारी है कि प्रदेश सरकार हिसार से पहली फ्लाइट अयोध्या के लिए शुरू करना चाहती है. 

 

गौरतलब है कि यह देश का अत्याधुनिक हवाई अड्डा होगा। यहां रनवे पर कैट टू लाइट लगी है। यानी कि नाइट लैंडिंग की सुविधा भी प्राप्त होगी। हवाई जहाजों के ट्रैफिक कंट्रोल के लिए एटीसी टावर और बिल्डिंग तैयार हो चुकी है। 33 केवीए का बिजली सब स्टेशन भी बन कर तैयार हो चुका है. पूर्व मंत्री डॉ. कमल गुप्ता ने जानकारी देते हुए बताया था कि एयरपोर्ट पर 1300 एकड़ में ड्राई और कार्गो पोर्ट विकसित होंगे

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