हरियाणा: गुड़गांव में 7 साल की मासूम की कोबरा के डंक से हुई मौत
7 वर्षीय मोनिका को सुबह उस वक़्त जहरीले सांप ने डस लिया जिस वक्त के परिजनों के साथ सो रही थी।
ब्यूरो : 7 वर्षीय मोनिका को सुबह उस वक़्त जहरीले सांप ने डस लिया जिस वक्त के परिजनों के साथ सो रही थी। अचानक सांप की फुफकार से परिजनों की आंख खुली तो देखा की बेटी को सांप ने डसा है। जिसके चलते मोनिका बेसुध पड़ी थी। परिजन मोनिका को स्थानीय लोगों की मदद से सरकारी अस्पताल ले गए। जहाँ मामले की गंभीरता को देखते हुए डॉक्टरों से मासूम को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में रैफर कर दिया। जहाँ रास्ते मे मोनिका की मौत हो गयी।
वही सांप की खबर मिलते ही वाइल्ड लाइफ अधिकारी मौके पर पहुंचे और सांप का रेस्क्यू कर उसे जंगल में छोड़ दिया। वाइल्ड लाइफ अधिकारी अनिल गंडास की माने तो बारिश के इन दो महीनों में सांप और अन्य जहरीले सरीसृपों से अत्यधिक सावधान रहने की जरूरत है। अनिल गंडास की मानें तो अभी तक इस सीजन में वे 200 से ज्यादा जहरीले सांपो का रेस्क्यू कर चुके है और इनके काटने से 4 लोगो की मौत भी सामने आई है।
दरअसल बारिश के वक्त हमारे यहाँ साँप बहुत ज़्यादा सक्रिय होते है। अनुमन देखा जाता है कि इसी मौसम में सांप लोगों को डसता है। हमारे भारत में हर साल तक़रीबन 1लाख के क़रीब लोग साँपों के डँसने से मरते हैं ओर इनमें से ज़्यादातर वो होते हैं जिनको वक्त रहते अस्पताल नहीं ले ज़ाया जाता या किसी झाड़फूंक वाले के यहाँ ले जाते हैं । जबकि ऐसा करना और खतरनाक साबित होता है।
वाइल्ड लाइफ अधिकारी की माने तो जिस भी शख्स को कोबरा या कॉमन करैत काटे उसे तुरंत अस्पताल ले जाना चाहिए। डाक्टर की सलाह लेनी चाहिए। सांप इस वक्त रात को ज़्यादा सक्रिय होते है। क्योंकि इस समय जो मौसम होता है वो साँपों को बहुत ही सूट करता है। सांप इस वक्त प्रजनन भी करते हैं ओर ज़्यादा से ज़्यादा खाना खा कर आगे हाईबरनेशन में जाना होता है। क्योंकि साँप ठण्डे खून वाले प्राणी होते है। इसलिए इसे रात- दिन सक्रिय होना होता है। सांप हमारे घरों में चूहों, छिपकलियाँ व अन्य कीटों मेंढकों की तलाश में आते हैं । कई बार हम अपने घरों की साफ़ सफ़ाई ठीक से नहीं करते। जैसे रसोई में खाना पड़ा रहता है व गन्दगी जमा होती रहती है। जिस वजह से चूहे घर में आने लग जाते हैं और चूहों के पीछे साँप अपने आप आ जाएँगे।
वाइल्ड लाइफ अधिकारी की माने तो बारिश के मौसम में हमें ज़मीन पर बिल्कुल नहीं सोना चाहिए। चाहे कुछ भी हो हमें ज़मीन के सतह से उपर ही सोना चाहिए । क्योंकि साँप रात को ज़्यादा सक्रिय होते हैं । जब वो आपके घर में भोजन की तलाश करने आएँगे तो उनका सामना आपसे होगा। क्योंकि आप ज़मीन पर सो रहे होते है। कई साँप इंसानों की शरीर की गर्मी को पाने के लिए आपके बिस्तर में घुसेंगे ओर आपको पता नहीं चलेगा। आप करवट लेंगे ओर वो अपनी रक्षा के लिए आपको काट लेंगे। एसा टकराव ना हो इसलिए ज़मीन पर ना सोए। दूसरा घर को साफ़ सुथरा रखें । ताकि चूहे ना पनपे। दरवाज़ों के नीचे रात को कपड़ा लगा दे बाथरूम के शिविर पर जालिया लगाए ताकि साँप अन्दर ना आ सके। घर में ज़्यादा कूड़ा करकट ना इककठा होने दे। अगर आपको ज़मीन पर सोना भी पड़े तो मच्छरदानी का प्रयोग करें । ताकि साँप आप तक ना पहुँच पाए। अगर आप ये सावधानियाँ कर लेंगे तो साँप आपको काटेंगे ही नहीं व ना ही आपके घर में घुस पाएँगे। अगर फिर भी साँप काट ले तो मरीज़ को तुरंत अस्पताल भेजे ना कि किसी नीम हकीम के पास।