Haryana: गर्ल्स हॉस्टल के लिए भर्ती किए गए जेंट्स सुपरिंटेंडेंट, ग्रुप-C भर्ती में भारी चूक आई सामने

हरियाणा में ग्रुप सी के अंतर्गत हॉस्टल सुपरिंटेंडेंट की भर्ती में चूक सामने आई है। राज्य में 20 अक्टूबर को एक आदेश जारी कर 7 कॉलेजों के हॉस्टल के लिए सुपरिंटेंडेंट को जॉइन कराने के लिए कहा गया। लेकिन इन 7 हॉस्टल में से 6 गर्ल्स हॉस्टल हैं। जिसके बाद इनमें जेंट्स सुपरिंटेंडेंट भर्ती कर उन्हें जॉइनिंग देने के फैसले का विरोध शुरू हो गया।

By  Md Saif October 22nd 2024 05:51 PM

ब्यूरो: हरियाणा में ग्रुप सी के अंतर्गत हॉस्टल सुपरिंटेंडेंट की भर्ती में चूक सामने आई है। राज्य में 20 अक्टूबर को एक आदेश जारी कर 7 कॉलेजों के हॉस्टल के लिए सुपरिंटेंडेंट को जॉइन कराने के लिए कहा गया। लेकिन इन 7 हॉस्टल में से 6 गर्ल्स हॉस्टल हैं। जिसके बाद इनमें जेंट्स सुपरिंटेंडेंट भर्ती कर उन्हें जॉइनिंग देने के फैसले का विरोध शुरू हो गया। साथ ही कॉलेजों के प्रिंसिपलों की तरफ से इन्हें जॉइन कराने से इनकार कर दिया गया।


गर्ल्स हॉस्टल की तरफ से कहा गया कि वे पुरुष सुपरिंटेंडेंट नहीं रख सकते हैं। इस संबंध में उन्होंने शिक्षा विभाग को पत्र लिखकर कहा कि पुरुष सुपरिंटेंडेंट की जगह महिला सुपरिंटेंडेंट की भर्ती की जाए। पत्र में कहा गया कि हॉस्टल में पुरुष सुपरिंटेंडेंट की तैनाती से सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े हो सकते हैं। कॉलेज की छात्राएं भी इस पर ऐतराज दर्ज कर सकती हैं। हॉस्टल में सुपरिंटेंडेंट का काम हॉस्टल का औचक निरीक्षण करना होता है, जिससे छात्राओं को समस्या हो सकती है।


7 गर्ल्स हॉस्टल में से सिर्फ 1 को मिली महिला सुपरिंटेंडेंट

राज्य में 7 राजकीय कॉलेजों में गर्ल्स हॉस्टल हैं, जिनमें नियुक्ति के आदेश जारी हुए थे। इनमें से 6 को पुरुष सुपरिंटेंडेंट मिला है और राजकीय महिला कॉलेज, हिसार को महिला सुपरिंटेंडेंट मिली है। वहीं कुछ कॉलेजों का कहना है कि उन्हें इस बात की कोई जानकारी नहीं थी कि गर्ल्स हॉस्टल के लिए पुरुष सुपरिंटेंडेंट नियुक्त कर दिए गए हैं। कॉलेज प्रशासन का मानना है कि इससे छात्राओं की संख्या पर असर पड़ सकता है।


नियुक्ति से उठ रहे हैं सवाल

सुपरिंटेंडेंट को हॉस्टल में रहना होता है। उसका काम हॉस्टल की निगरानी रखनी होती है। हॉस्टल में अनुशासन बनाए रखना, कमरों की चेकिंग करना, हॉस्टल के वाशरूम और बाकी जगह की साफ-सफाई का जायजा लेना शामिल होता है। ऐसे में सवाल है कि एक पुरुष सुपरिंटेंडेंट ये सारे काम गर्ल्स हॉस्टल में कैसे संभालेगा।


वहीं कॉलेज के प्रिंसिपल का कहना है कि इस बारे में हायर एजुकेशन को पत्र लिखकर महिला हॉस्टल वार्डन की मांग की गई है।

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