हरियाणा के कई ज़िलों में ग्रैप 4 आज से हुआ लागू, जानिए कहाँ कहाँ पड़ेगा इसका असर !
एनसीआर के तहत पड़ते प्रदेश के 14 जिलों में हो रहे विकास के कामों पर इसका असर पड़ेगा, क्योंकि जब तक प्रदूषण कम नहीं होगा निर्माण व अन्य गतिविधियों की इजाजत नहीं होगी
ब्यूरो: ग्रैप-4 आज 18 नवंबर (सोमवार) सुबह 8 बजे से हरियाणा के कई ज़िलों में लागू हो गया है। जिसकी वजह से कन्स्ट्रक्शन के सभी काम रोक दिए गए हैं। वहीं दफ्तरों में भी 50% स्टाफ कम करने को कहा गया है।
आइये समझते हैं ग्रैप 4 लागू होने से हरियाणा में क्या कुछ असर पड़ने वाला है। प्रदेश में ट्रांसपोर्ट, इंडस्ट्रीज और परिवहन सेवाओं पर असर पड़ेगा। इसके अलावा एनसीआर के तहत पड़ते प्रदेश के 14 जिलों में हो रहे विकास के कामों पर इसका असर पड़ेगा, क्योंकि जब तक प्रदूषण कम नहीं होगा निर्माण व अन्य गतिविधियों की इजाजत नहीं होगी। दिल्ली में डीजल वाहनों का प्रवेश बंद होने के आदेश भी जारी कर दिया गया है जिससे हरियाणा से दिल्ली आने-जाने वाले माल पर भी असर पड़ेगा और इसका असर सीधे सीधे इससे फल-सब्जी और दूध महंगे होने के नतीजे के रूप में सामने आ सकता है ।
इतना ही नहीं रोडवेज़ बसों के फेरे भी दिल्ली में कम हो सकते हैं। इसको लेकर परिहवन विभाग समीक्षा करने में जुटा है। हरियाणा की ज़्यादातर बसें दिल्ली जाती हैं, ऐसे में अगर सख्ती के जाती है तो बसें बंद होने की भी आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता।
ट्रांसपोर्ट वाहनों के दिल्ली में प्रवेश नहीं मिलने से उद्योगों की माल ढुलाई पर असर पड़ सकता है। पानीपत, धारूहेड़ा और हिसार से उद्योगों का माल दिल्ली जाता है। एनसीआर से बाहर वाले अधिकतर ट्रांसपोर्ट सर्विस वाले बीएस 3 डीजल वाले ट्रकों से माल ढुलाई करते हैं। इससे उद्योगों का माल अटक सकता है।
आपको बता दें कि प्रदेश में प्रदूषण से हालात इस कदर बिगड़ गए हैं कि देश के 21 सबसे प्रदूषित शहरों में 8 हरियाणा के हैं। इनमें सबसे ज्यादा बुरी स्थिति बहादुरगढ़ की है। इसके अलावा भिवानी, हिसार, सोनीपत, रेवाड़ी का धारूहेड़ा, गुरुग्राम, पानीपत, फरीदाबाद के वल्लभगढ़ और रोहतक भी इस लिस्ट में शामिल हैं। वहीं सोमवार सुबह तो गुरुग्राम का AQI 576 पहुंच गया था।