Delhi Jal Board Case: ED ने मनी-लॉन्ड्रिंग मामले में दायर किया अपना पहला आरोप पत्र

By  Deepak Kumar March 30th 2024 02:02 PM

ब्यूरो: प्रवर्तन निदेशालय ने शनिवार को आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, दिल्ली जल बोर्ड में कथित अनियमितताओं से जुड़े मनी-लॉन्ड्रिंग मामले में अपना पहला आरोप पत्र दायर किया है।

एजेंसी ने 28 मार्च को दिल्ली में धन शोधन निवारण अधिनियम की विशेष अदालत के समक्ष अभियोजन शिकायत दायर की। आरोप पत्र में 4 व्यक्तियों और एक कंपनी को आरोपी बनाया गया है, जिसमें डीजेबी के पूर्व मुख्य अभियंता जगदीश कुमार अरोड़ा, ठेकेदार अनिल कुमार अग्रवाल, एनबीसीसी के पूर्व महाप्रबंधक डीके मित्तल, तेजिंदर सिंह और एनकेजी इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड का नाम शामिल है।

ईडी ने दावा किया है कि डीजेबी अनुबंध में भ्रष्टाचार के माध्यम से प्राप्त रिश्वत का पैसा दिल्ली में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी को चुनावी धन के रूप में "पारित" किया गया था। एजेंसी ने मामले में पूछताछ के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को भी बुलाया था, लेकिन वह उसके सामने पेश नहीं हुए। ईडी ने राष्ट्रीय राजधानी की उत्पाद शुल्क नीति में कथित अनियमितताओं से जुड़े एक अन्य मनी-लॉन्ड्रिंग मामले में 21 मार्च को केजरीवाल को गिरफ्तार किया था।

फरवरी में एजेंसी ने जांच के तहत केजरीवाल के निजी सहायक बिभव कुमार, ए के राज्यसभा सांसद और कोषाध्यक्ष एन डी गुप्ता, पूर्व डीजेबी सदस्य शलभ कुमार, चार्टर्ड अकाउंटेंट पंकज मंगल और अन्य के कार्यालयों पर छापा मारा। ईडी का मामला केंद्रीय जांच ब्यूरो द्वारा दायर एक एफआईआर पर आधारित है, जिसमें अरोड़ा पर कंपनी के तकनीकी पात्रता मानदंडों को पूरा नहीं करने के बावजूद एनकेजी इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड को 38 करोड़ रुपये में डीजेबी अनुबंध देने का आरोप लगाया गया है।

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