Delhi Air Pollution: दिल्ली में 1 जनवरी तक पटाखों के उत्पादन, बिक्री और उपयोग पर बैन
दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति ने एनसीटी के क्षेत्र में सोमवार को 1 जनवरी, 2025 तक सभी प्रकार के पटाखों पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की घोषणा की।
ब्यूरोः राजधानी में वायु प्रदूषण को लेकर दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति ने बड़ा फैसला लिया है। दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति ने एनसीटी के क्षेत्र में सोमवार को 1 जनवरी, 2025 तक सभी प्रकार के पटाखों पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की घोषणा की। इस घोषणा में इसमें ऑनलाइन मार्केटिंग प्लेटफॉर्म के माध्यम से डिलीवरी और सभी प्रकार के पटाखों को फोड़ना भी शामिल है।
इससे पहले दिल्ली नगर निगम ने 84 फैक्ट्रियों को सील कर दिया और मानदंडों का उल्लंघन करने के लिए शहर भर में 7 औद्योगिक इकाइयों की बिजली आपूर्ति काट दी। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा था कि वायु (प्रदूषण की रोकथाम और नियंत्रण) अधिनियम, 1981 की प्रासंगिक धाराओं के तहत लगाया गया प्रतिबंध, हरित पटाखों सहित सभी पटाखों के उत्पादन, भंडारण, बिक्री और उपयोग पर लागू होगा।
गौरतलब है कि हर साल दिवाली के आस-पास दिल्ली में प्रदूषण बढ़ जाता है और लोगों का सांस लेना भी दूभर हो जाता है। ऐसे में पटाखों पर बैन लगाने से पर्यावरण दूषित होने से बचेगा और जनता को भी सांस लेने में होने वाली परेशानी कम होगी।
हालांकि सरकार के लिए पटाखों पर रोक लगाना एक बड़ी चुनौती होगी। क्योंकि बैन के बावजूद कुछ लोग पटाखे फोड़ने से बाज नहीं आते और ब्लैक में धड़ल्ले से पटाखों की बिक्री होती है। दिवाली पर प्रदूषण इस हद तक बढ़ जाता है कि सांस लेने में तकलीफ के अलावा आंखों में दिक्कत होने लगती है।