हरियाणा में हार के बाद कांग्रेस का मंथन: राहुल गांधी बोले नेताओं का हित पार्टी से ऊपर रहा! हार के कारण ढूंढेगी फैक्ट-फाइंडिंग कमेटी

Congress meeting after defeat in Haryana हरियाणा चुनाव में मिली हार के बाद आज दिल्ली में कांग्रेस की समीक्षा बैठक हुई। राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर हुई यह बैठक बिना किसी नतीजे के खत्म हो गई। खड़गे के आवास पर बैठक के लिए राहुल गांधी के अलावा पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा, प्रदेश अध्यक्ष उदयभान मौजूद थे।

By  Md Saif October 10th 2024 03:35 PM

ब्यूरो: Congress meeting after defeat in Haryana  हरियाणा चुनाव में मिली हार के बाद आज दिल्ली में कांग्रेस की समीक्षा बैठक हुई। राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर हुई यह बैठक बिना किसी नतीजे के खत्म हो गई। खड़गे के आवास पर बैठक के लिए राहुल गांधी के अलावा पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा, प्रदेश अध्यक्ष उदयभान मौजूद थे। हरियाणा में पार्टी को मिली हार को लेकर राहुल गांधी तीखे सुर में कहा कि राज्य के नेताओं का हित, पार्टी के हित से ऊपर रहा। इसलिए ही हरियाणा में कांग्रेस पार्टी का हित नीचे खिसक गया।




समीक्षा बैठक में हार के कारणों को जानने के लिए फैक्ट फाइंडिंग कमेटी का गठन किया जाएगा। कमेटी के सदस्य हरियाणा जाकर नेताओं से बात कर हार के कारणों को जानने की कोशिश करेंगे और उसकी विस्तारित रिपोर्ट पार्टी हाईकमान को सौंपी जाएगी। हालांकि कमेटी में किन लोगों को रखा जाए, इसके नाम की कोई चर्चा नहीं की गई है। 


हमने तय कर लिया है हमें क्या करना है- माकन

खड़गे के सरकारी आवास पर चली आधे घंटे लंबी मीटिंग के बाद कांग्रेस नेता अजय माकन ने कहा कि हार की वजहों पर चर्चा की गई है। माकन ने हुड्डा और सैलजा के मतभेदों को लेकर कहा कि हार के एक कारण नहीं बल्कि कई कारण हैं। इनमें चुनाव आयोग से लेकर नेताओं के मतभेद तक शामिल हैं, जिन पर आगे भी चर्चा होगी। कांग्रेस नेता अजय माकन ने कहा, "हमने हरियाणा चुनाव के नतीजों पर समीक्षा बैठक की। चुनाव नतीजे अभूतपूर्व थे। एग्जिट पोल और वास्तविक नतीजों में बहुत अंतर था। हमने तय कर लिया है कि आगे क्या करना है।"


सैलजा और सुरजेवाला बैठक से दूर

गौर करने वाली बात यह है कि इस बैठक के लिए सांसद कुमारी सैलजा और रणदीप सुरजेवाला को नहीं बुलाया गया। लालू यादव के समधी और कांग्रेस नेता कैप्टन अजय यादव भी बैठक में नहीं नजर आए। यह बैठक इसलिए भी अहम थी क्योंकि सैलजा समर्थक हारे हुए उम्मीदवार अपनी हार के लिए भूपेंद्र हुड्डा को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।

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