कांग्रेस नेता सुभाष बत्रा ने बताई हार की बड़ी वजह ! कहा- वो नहीं किया तो अगले 20 सालों तक भूल जाएं सत्ता !
सुभाष बत्रा ने कहा कि कांग्रेस की हार का कारण EVM में गड़बड़ी तो है ही, साथ ही कांग्रेस का ज़िला और ब्लॉक स्तर पर संगठन का नहीं बनना भी एक बड़ा कारण है
रोहतक: कांग्रेस के वरिष्ठ
नेता व पूर्व मंत्री सुभाष बत्रा ने प्रदेश में पार्टी की हार का कारण संगठन का
अभी तक नहीं बनना बताया है. सुभाष बत्रा रोहतक में मीडिया से बात कर रहे थे, इस दौरान उन्होंने कहा कि
कांग्रेस की हार का कारण EVM में गड़बड़ी तो है ही, साथ ही कांग्रेस का ज़िला और ब्लॉक स्तर पर संगठन का नहीं बनना भी एक बड़ा
कारण है. पूर्व मंत्री के मुताबिक पिछले 17 साल से पार्टी का
ज़िला स्तर पर संगठन नहीं बना है. फूलचंद मुलाना, अशोक तंवर,
कुमारी सैलजा और यहां तक कि उदयभान के कार्यकाल में भी संगठनात्मक
ढांचा नहीं बन पाया. बत्रा ने पार्टी के बड़े नेताओं को आड़े हाथों लेते हुए कहा
कि संगठन के न बनने के पीछे भी पार्टी के ही बड़े नेता रहे हैं.
सुभाष बत्रा के
मुताबिक पार्टी में गुटबाज़ी भी प्रदर्शन पर हावी रही है. चुनाव प्रचार के दौरान कई बड़े नेता फील्ड
में नहीं उतरे. साथ ही उन्होंने जातीय समीकरण को भी हार की एक वजह बताई है. सुभाष
बत्रा के मुताबिक बीजेपी जातीय समीकरण को बेहतर तरीके से साधने में कामयाब रही,
वे एक सूत्रीय नीति चले और जाट व नॉन जाट की राजनीति करने में सफल
रहे. ऐसे में कांग्रेस को अगर बेहतर प्रदर्शन करना है तो बीजेपी की तरह से जातीय
समीकरण को साधना होगा. सुभाष बत्रा के मुताबिक आपस में तालमेल की कमी हार की कई
वजहों में से एक है. बत्रा ने दावा किया कि अगर कांग्रेस में बदलाव नहीं हुआ तो
अगले 20 सालों तक पार्टी सत्ता में नहीं आ पाएगी.
गौरतलब है कि
हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार पर अभी तक सही कारणों का पता नहीं लगा
पाई है, जबकि कांग्रेस ने हार के कारणों
को लेकर प्रदेश और केंद्रीय नेतृत्व के स्तर पर दो जांच कमेटी बनाई हुई है। अभी तक
कांग्रेस अपनी हार का कारण EVM में बीजेपी सरकार द्वारा
गड़बड़ी को बता रही है। इस बीच शीतकालीन विधानसभा सत्र में कांग्रेस के द्वारा EVM
में गड़बड़ी का मुद्दा उठाया गया है.