अरावली में अवैध खनन की रिपोर्ट के लिए टोल-फ्री नंबर जारी, फरीदाबाद में बनाए गए कंट्रोल रूम
नूंह-गुरुग्राम के खनन अधिकारी अनिल कुमार ने कहा कि सभी कॉल का जवाब सुनिश्चित करने के लिए खनन विभाग ने तीन शिफ्ट में तीन अधिकारियों को तैनात किया है।
हरियाणा खनन विभाग ने शुक्रवार को एक टोल-फ्री नंबर लांच किया, जहां बड़े पैमाने पर जनता अरावली में अवैध खनन की शिकायत दर्ज कर सकेगी। जनता अपनी शिकायत 24/7 1800-180-5530 पर दर्ज करा सकती है। फरीदाबाद में बनाए गए कंट्रोल रूम में आठ-आठ घंटे की तीन शिफ्टों में तीन अधिकारियों की तैनाती की जाएगी।
नूंह-गुरुग्राम के खनन अधिकारी अनिल कुमार ने शुक्रवार को कहा कि सभी कॉल का जवाब सुनिश्चित करने के लिए खनन विभाग ने तीन शिफ्ट में तीन अधिकारियों को तैनात किया है।
उन्होंने कहा कि हमने फरीदाबाद के नीलम चौक में विभाग के जिला खनन कार्यालय में एक नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है। प्रत्येक आठ घंटे की शिफ्ट में तीन अधिकारियों को तैनात किया जाएगा और प्राप्त कॉल का रिकॉर्ड बनाए रखेंगे। सूचना वरिष्ठ अधिकारियों को दी जाएगी जो पुलिस की मदद से छापेमारी करेंगे।
नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने पिछले साल नवंबर में अरावली बचाओ नागरिक आंदोलन द्वारा दायर एक याचिका के बाद आए निर्देशों के अनुसार राज्य सरकार को एक नियंत्रण कक्ष स्थापित करने और एक फोन नंबर अधिसूचित करने का निर्देश दिया था। फोरम ने आरोप लगाया था कि संरक्षित क्षेत्र में खनन पर सुप्रीम कोर्ट के प्रतिबंध के बावजूद गुरुग्राम, नूंह और फरीदाबाद में 16 स्थानों पर पहाड़ियों से पत्थर तोड़े जा रहे हैं।
न्यायमूर्ति अरुण कुमार त्यागी और विशेषज्ञ सदस्य अफरोज अहमद की एनजीटी पीठ ने हरियाणा पुलिस, वन और वन्यजीव विभाग, खनन विभाग और हरियाणा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के वरिष्ठ अधिकारियों को भी तलब किया था और उनसे अवैध खनन तथा इसके खिलाफ किए गए उपायों के बारे में विवरण स्पष्ट करने को कहा था।
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने 2009 में दक्षिण हरियाणा के अरावली में खनन पर रोक लगा दी थी, लेकिन निर्माण के लिए पत्थरों का अवैध उत्खनन जारी है।उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, गुरुग्राम में अवैध खनन के लिए 81 वाहनों को जब्त किया गया और जुर्माने के रूप में 75 लाख रुपये लगाए गए, जबकि नूंह में 93 वाहनों को जब्त किया गया और पिछले साल जुर्माने के रूप में 34 लाख रुपये लगाए गए।