बीमा कंपनी के कर्मचारियों ने कृषि विभाग के अधिकारियों से साथ मिलकर किसानों के खिलाफ रची थी साजिश, FIR दर्ज
फतेहाबाद के किसानों द्वारा बार-बार लगाई जा रही गुहार पर आखिरकार प्रशासन ने अधिकारियों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। भूना खंड के गांव जांडली कलां में खरीफ फसल सीजन 2021 में बारिश के कारण खराब हुई फसलों की जाली रिपोर्ट बनाने पर पुलिस ने भूना खंड के 4 कृषि अधिकारियों और निजी बीमा कंपनी के 3 अधिकारियों के खिलाफ धारा 120 बी, 167, 465, 468 के तहत मामला दर्ज कर लिया है। इस संबंध में ग्रामीणों की शिकायत के आधार पर जांच के बाद डीसी ने आदेश दिए थे। जानकारी के अनुसार पिछले साल खरीफ सीजन के दौरान भारी बारिश के कारण फसलों को काफी नुकसान हुआ था। तब कृषि विभाग द्वारा गांवों का सर्वे करवाया गया था और रिपोर्ट तैयार करवाई गई थी। गांव जांडली कलां के दयानंद एवं अन्य ने डीसी कार्यालय में शिकायत दी थी कि फसल खराबे के के लिए उन्होंने फार्म भरकर संपर्क किया और उक्त बीमा कंपनी व कृषि अधिकारियों ने गांव का निरीक्षण किया और असली स्थिति को दरकिनार कर एक जाली रिपोर्ट तैयार कर दी, जिससे किसानों को कम मुआवजा मिले। इस पर डीसी ने एसडीएम को 12 जनवरी तक मामले की जांच रिपोर्ट देने को कहा। वहीं, 8 फरवरी को गांव के निवर्तमान सरपंच व अन्य ने भी शिकायत कर सर्वेक्षण रिपोर्ट मामले में जांच की मांग की। इसके बाद एसडीएम, तहसीलदार व कृषि विभाग उपनिदेशक की कमेटी गठित कर दी गई और जांच के आदेश दिए गए। जिसके बाद कमेटी ने 7 मार्च को अपनी रिपोर्ट पेश कर यह बताया कि क्षतिग्रस्त हुई फसलों का सर्वे मानदंडों और निर्धारित मापदंडों के अनुसार नहीं हुआ और यह नियमों के विपरीत था। जिस पर डीसी ने पुलिस को इस संबंध में भूना खंड कृषि अधिकारी कृष्ण कुमार, जांडली खुर्द कृषि विकास अधिकारी उमेद सिंह, सुपरवाइजर रामनिवास, एडीओ देवेंद्र पाल, बीमा कंपनी के आदेश कुमार, कुलदीप गिलांड, बैनीवाल के खिलाफ केस दर्ज करने के आदेश दिए। जिस पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। डीएसपी अजायब सिंह ने बताया कि डीसी के आदेश पर उक्त आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है, आगामी कार्रवाई जारी है। गौरतलब है कि बीते वर्ष बारिश के बाद हुई खराब फसलों को लेकर ग्रामीणों की बहुत शिकायतें आई थीं, जिनमें मुआवजे की मांग की गई या फिर किए गए सर्वेक्षण पर सवाल उठाए गए थे। उनमें से ही एक शिकायत पर यह कार्रवाई हुई है।