किसानों ने निकाली केंद्र सरकार की शव यात्रा, पुतला फूंका
भिवानी। (कृष्ण सिंह) तमाम किसान संगठनों के आह्वान पर बुलाए गए भारत बंद में किसानों और खेती मजदूरों ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया। इस दौरान 'किसान व मजदूर विरोधी काले' कानूनों को रदद करने की मांग को लेकर केंद्र सरकार की शव यात्रा निकाली गई व हांसी गेट पर पुतला दहन किया गया।
किसान संगठनों की ओर से प्रातः स्थानीय नेहरू पार्क भिवानी में एक सभा भी आयोजित की गई। सभा में सभी वक्ताओं ने केन्द्र सरकार के तीन कृषि कानूनों को किसान व जनता विरोधी बताया और कहा कि ये न केवल किसानों को बर्बाद करके बन्धुआ मजदूर बना देंगे बल्कि गरीबों के लिए सार्वजनिक वितरण प्रणाली को भी खत्म कर देंगें।
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किसान नेताओं के मुताबिक इससे मंहगाई पर रोक लगाना मुश्किल हो जायेगा। जिससे ना केवल किसानों व मजदूरों की बल्कि जनता की भारी लूट के अवसर मिल जाऐगे और पूरे किसान वर्ग को कॉरपोरेट द्वारा लूट कर भूखा मारने की स्थिति में ला देगें। उन्होंने कहा कि मजदूरों के तमाम सुरक्षा कानून खत्म करके उनके शोषण की चक्की में झोक देंगें। इससे बड़े पैमाने पर बेरोजगार मजदूर आत्महत्या करने पर मजबूर हो जाएंगे।
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किसान नेताओं ने कहा कि नए कानूनों से सामाजिक सुरक्षा के तमाम कानूनों को खत्म करके मालिकों के रहमोकर्म पर जीने के लिए मजबूर किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार इन जन विरोधी कानूनों को रदद करें।