दिल्ली कूच से पहले किसानों का सम्मेलन, बनी ये रणनीति

By  Arvind Kumar November 21st 2020 03:10 PM

  • दिल्ली कूच से पहले फतेहाबाद में हुआ किसानों का सम्मेलन
  • पंजाब और हरियाणा के किसानों ने बड़ी संख्या में लिया भाग
  • किसान नेताओं का कहना- हर हाल में होगा दिल्ली का घेराव
  • किसानों को डराने का प्रयास कर रही है सरकार
  • कृषि कानून के विरोध में 500 किसान संगठन दिल्ली में होंगे एकत्र
फतेहाबाद। (साहिल रुखाया) दिल्ली कूच से पहले आज फतेहाबाद में हरियाणा और पंजाब के किसानों का एक सम्मेलन आयोजित किया गया। इस सम्मेलन में सैकड़ों की संख्या में किसानों ने भाग लिया। इस किसान सम्मेलन में महिलाएं भी काफी संख्या में शामिल हुई। दिल्ली के घेराव को लेकर इस सम्मेलन के अंदर रणनीति बनाई गई और आने वाले दिनों में आंदोलन को किस तरह से लड़ा जाएगा इस बात को लेकर भी चर्चा की गई। [caption id="attachment_451137" align="aligncenter"]Farmer Sammelan दिल्ली कूच से पहले किसानों का सम्मेलन, बनी ये रणनीति[/caption] किसानों के द्वारा इस सम्मेलन को "पगड़ी संभाल जट्टा किसान सम्मेलन" का नाम दिया था। सम्मेलन के बाद किसानों के द्वारा फतेहाबाद शहर में सड़क पर मार्च निकाला गया। इस सम्मेलन में किसान संगठनों के हरियाणा और पंजाब के कई बड़े नेता शामिल हुए। यह भी पढ़ें- कोरोना के बढ़ रहे मामलों के चलते केंद्र ने हरियाणा, राजस्थान व गुजरात भेजी टीमें  यह भी पढ़ें- पानीपत रजिस्ट्री स्टांप घोटाला, अभय चौटाला ने मांगी CBI जांच [caption id="attachment_451136" align="aligncenter"]Farmer Sammelan दिल्ली कूच से पहले किसानों का सम्मेलन, बनी ये रणनीति[/caption] मीडिया से बातचीत करते हुए पंजाब जम्हूरियत किसान सभा के जनरल सेक्टरी कुलवंत सिंह ने बताया कि किसान दिल्ली रवाना होंगे और जहां भी किसानों को रोकने का प्रयास किया जाएगा वहीं किसान डेरा डालेंगे। किसान अपने साथ कई महीनों का राशन लेकर जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसानों के दिल्ली जाने की तारीख 26 नवंबर है लेकिन वापस आने की कोई भी तारीख नहीं है। किसान अपनी बात मनवा कर ही वापस लौटेंगे। उन्होंने कहा कि यह किसानों का ही डर है कि अब सरकार ने तीसरा लॉक डाउन लागू कर दिया है। किसानों के डर के कारण ही अब दिल्ली में कोरोना फैल रहा है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में एमसीडी और रामलीला मैदान प्रबंधकों के द्वारा उन्हें अनुमति दे दी गई है, लेकिन दिल्ली पुलिस द्वारा अनुमति नहीं दी जा रही। वहीं केजरीवाल ने किसानों के दिल्ली के दिल्ली कूच से पहले 50 से अधिक लोगों के एकत्र होने पर भी पाबंदी लगा दी है। उन्होंने कहा कि किसान इन सब से डरने वाला नहीं है। उन्होंने कहा कि आज सरकार पंजाब के साथ सीरिया और इराक जैसा व्यवहार कर रही है। किसानों को यूरिया नहीं दिया जा रहा और मालगाड़ियां अभी नहीं चलाई जा रही। लेकिन किसान इन सब से डरने वाला नहीं है। बेशक उसे यूरिया ना मिले लेकिन वह अपनी मांग पूरी करवाकर रहेगा। [caption id="attachment_451139" align="aligncenter"]Farmer Sammelan दिल्ली कूच से पहले किसानों का सम्मेलन, बनी ये रणनीति[/caption] वहीं किसान संघर्ष समिति हरियाणा के संयोजक मनदीप नथवान ने बताया कि दिल्ली कूच से पहले आज फतेहाबाद में किसान आंदोलन का आयोजन किया गया है। उन्होंने कहा कि किसान गुपचुप तरीके से दिल्ली पहुंचेगा। 26 नवंबर दिल्ली पहुंचने की तारीख रखी गई है। लेकिन किसान 22, 23 व 24 नवंबर को भी दिल्ली जा सकता है, इसको लेकर वह कोई भी जानकारी मीडिया को नहीं देंगे।

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