बेरोजगारी के मुद्दे पर सीएम खट्टर ने हुड्डा पर किया पलटवार

By  Arvind Kumar July 15th 2021 10:34 AM

चंडीगढ़। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा द्वारा हरियाणा में बढ़ रही बेरोजगारी दर के बयान पर पलटवार करते हुए कहा है कि विपक्ष के नेता हर बार एक ऐसी संस्था की रिपोर्ट का उल्लेख करते हैं जिसकी अपनी कोई साख नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय सांख्यिकीय संगठन की मार्च, 2020 की रिपोर्ट के अनुसार जनवरी से मार्च, 2020 के बीच हरियाणा में बेरोजगारी दर 7 प्रतिशत थी जबकि सी.एम.आई की रिपोर्ट में यह 23.7 प्रतिशत दिखाई गई। इसलिए भूपेंद्र सिंह हुड्डा द्वारा हरियाणा में बेरोजगारी दर में वृद्धि पर की जा रही बयानबाजी झूठी और बेबुनियाद है। मनोहर लाल ने कहा कि कांग्रेस के नेता एक ऐसी संस्था की रिपोर्ट पर अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने की कोशिश कर रहे हैं, जिसकी अपनी कोई साख नहीं है। सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी ( सीएमआईई) लाभ कमाने के लिए बनाई गई निजी स्वामित्व वाली कंपनी है, जिसके निर्णय को निष्पक्ष एवं पारदर्शी नहीं कहा जा सकता। सी.एम.आई.ई. की सर्वे रिपोर्ट रोजगार क्षमता, कार्यबल और श्रम शक्ति पर आधारित नहीं है। In a relief to Bhupinder Singh Hooda, HC orders stay in AJL plot allotment caseसीएम ने कहा कि सीएमआईई के सर्वेक्षण में डिजाइन,आकार,डेटा,प्रश्नावली इत्यादि की अनेक गलतियां हैं। एक तो सी.एम.आई.ई. की सर्वे रिपोर्ट रोजगार क्षमता,कार्यबल और श्रम शक्ति पर आधारित नहीं है। दूसरे इसकी सर्वे रिपोर्ट में कुल घरों का केवल 0.028 प्रतिशत शामिल किया गया है, जो पूरी तस्वीर पेश करने के लिए पर्याप्त नहीं है। इस सर्वे रिपोर्ट में 70 प्रतिशत शहरी और 30 प्रतिशत ग्रामीण परिवारों को शामिल किया गया है, जोकि हरियाणा के भौगोलिक और जनसांख्यिकी परिवेश के विपरीत है, क्योंकि हमारे यहां 65 प्रतिशत आबादी ग्रामीण क्षेत्र में और 35 प्रतिशत शहरी इलाकों में रहती है। इस सर्वे रिपोर्ट में बेरोजगारी दर की गणना करने वाले प्रश्नों को शामिल ही नहीं किया गया है। इसके अलावा, इस सर्वे रिपोर्ट में छात्रों और सेवानिवृत्त लोगों को भी शामिल किया गया है, जो कि एक अन्य बड़ी गलती है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि नागरिक संसाधन सूचना विभाग द्वारा चलाई जा रही महत्वकांक्षी योजना परिवार पहचान पत्र के तहत प्रदेश के लगभग प्रत्येक परिवार का पंजीकरण हो चुका है जिसमें लोगों ने स्वयं बेरोजगारी को घोषित किया है जो केवल 6 प्रतिशत है। जब प्रदेश के लोग स्वयं बेरोजगारी दर को घोषित कर रहे हैं तो विपक्ष के नेता किस आधार पर बोल रहे हैं कि हरियाणा में बेरोजगारी दर बढ़ रही है। यह दर्शाता है कि वह केवल झूठी राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमने प्रदेश में बेरोजगारों को रोजगार में मदद के लिए एच.आर.एक्स पोर्टल शुरू किया है। इस पर युवाओं ने अपना पंजीकरण कराया है। इनमें से भी अनेक ऐसे युवा हैं, जो पहले ही कहीं काम कर रहे हैं और पोर्टल पर उन्होंने बेहतर रोजगार पाने के लिए पंजीकरण किया है। इन 8 लाख 80 हजार युवाओं में से केवल 2 लाख 30 हजार उम्मीदवारों को सक्षम युवा योजना के लिए अनुमोदित किया गया है जोकि नौकरी की तलाश करने वाले युवाओं की संख्या का बेहतर अनुमान है।

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