कल से आम आदमी पार्टी हिमाचल में करेगी चुनावी शंखनाद, केजरीवाल-भगवंत मान करेंगे रोड शो
शिमला: पंजाब मिली सफलता के बाद आम आदमी पार्टी की नजरें अब हिमाचल प्रदेश पर टिकी हुई है। हिमाचल प्रदेश में इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने हैं। 'आप' ने भी इस बार हिमाचल की सभी 68 सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। हिमाचल में चुनावी शंखनाद के लिए पार्टी ने छोटी काशी के नाम से मशहूर मंडी को चुना है। बुधवार 6 अप्रैल को अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान मंडी में रोड शो होगा (Aap road show in mandi) करेंगे। इस दौरान पार्टी के कई बड़े नेता भी इसमे शामिल होंगे। दरअसल 6 अप्रैल को दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी और केंद्र के साथ हिमाचल में सरकार चला रही भारतीय जनता पार्टी का स्थापना दिवस है। उस दिन देश और प्रदेश में पार्टी के कई कार्यक्रम होंगे. इस बीच अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी ने हिमाचल में ऐलान-ए-जंग के लिए इसी दिन को चुनकर 6 अप्रैल की तारीख में तड़का मार दिया है। मौजूदा वक्त में मंडी सिर्फ बीजेपी का गढ़ या सीएम जयराम ठाकुर का गृह जिला ही नहीं है. मंडी इलकौती लोकसभा सीट है जो कांग्रेस के पास है, बीते साल हुए उपचुनाव में कांग्रेस का पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह पर खेला गया दांव सटीक बैठा और जीत मिल गई। वरना 2014 से लेकर 2019 लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने हिमाचल की चारों सीटें बहुत बड़े अंतर से अपने नाम की थी। आम आदमी पार्टी मंडी में कांग्रेस और बीजेपी दोनों को टक्कर देने के मन से उतर रही है। इसके अलावा मंडी ही पूर्व केंद्रीय मंत्री पंडित सुखराम का गढ़ भी है. जिनका परिवार फिलहाल कांग्रेस और बीजेपी में बंटा हुआ है। फिलहाल पंडित सुखराम अपने पोते के आश्रय शर्मा के साथ कांग्रेस में हैं तो बेटा अनिल शर्मा बीजेपी में, इसी मंडी जिले में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कौल सिंह ठाकुर भी हैं। जो कांग्रेस के एक अलग ही धड़े का प्रतिनिधित्व करते रहे हैं। दिल्ली मॉडल के सहारे आप हिमाचल में एंट्री कर रही है। स्कूल, बिजली, पानी जैसे मुद्दों पर आम आदमी पार्टी अपना ध्यान केंद्रित कर सकती है। इन मुद्दों को ही चुनावी मैदान में भुनाने की आप कोशिश करेगी। इसके साथ ही आम आदमी पार्टी का पूरा ध्यान पंजाब से लगती सीटों पर होगा। ऐसे में पंजाब से सटे कांगड़ा, बिलासपुर और ऊना जिलों में पार्टी का खास फोकस रह सकता है। वहीं, पंजाब में मिली सफलता के बाद कांग्रेस-बीजेपी के कई कार्यकर्ता आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए हैं। ये सिलसिला अभी तक जारी है।