30 दिसंबर को होगी किसानों और सरकार की बातचीत, क्या खत्म होगा आंदोलन?
नई दिल्ली। नए कृषि क़ानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसान संगठनों के प्रतिनिधियों और सरकार के बीच अगली बैठक 30 दिसंबर को दोपहर 2 बजे दिल्ली के विज्ञान भवन में होगी। इसे लेकर सरकार ने किसान संगठन को पत्र लिखा है। पत्र में क्या कुछ लिखा है यहां देखिए।
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बता दें कि किसान पिछले 33 दिनों से अपनी मांगों को लेकर दिल्ली बॉर्डर पर डटे हुए हैं। किसान तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग पर अड़े हैं जबकि सरकार इन कानूनों में संशोधन को तैयार है। अब देखना होगा कि इस बातचीत का क्या नतीजा निकलता है।
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किसानों का विपक्षी पार्टियों के साथ-साथ आम लोगों का समर्थन भी मिल रहा है। किसान आंदोलन पर कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि देश के करोड़ों किसान दिल्ली की सीमा पर न्याय की गुहार लगा रहे हैं और दिल्ली की गद्दी पर बैठे हुक्मरान को किसानों की पीड़ा नज़र नहीं आती। कांग्रेस के स्थापना दिवस पर हम कहेंगे कि PM ईस्ट इंडिया कंपनी की तरह का व्यवहार छोड़िए और किसानों से बात करिए।
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वहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा का कहना है कि सरकार को किसानों की आवाज़ सुननी चाहिए। ये कहना कि ये राजनीतिक साजिश है ये एकदम गलत है। जिस तरह के लफ़्ज ये किसानों के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं ये पाप है। किसानों से बात करनी चाहिए और कानून वापस लेने चाहिए।
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