अलग हो सकते हैं 'हाथी' और 'चश्मा', बसपा सुप्रीमो मायावती ने दिए संकेत

By  Arvind Kumar February 5th 2019 10:01 AM -- Updated: February 5th 2019 10:05 AM

चंडीगढ़। जींद उपचुनाव के नतीजों ने हरियाणा की राजनीति में नए सियासी आयाम जोड़ दिए हैं। एक ओर जहां इस उपचुनाव ने कुछ राजनीतिक दलों को एकजुट किया है तो कई दलों का गठबंधन खतरे में पड़ा चुका है। कुछ ऐसा ही इनलो के साथ भी हो रहा है। जानकारी के मुताबिक बसपा सुप्रीमो मायावती 9 महीने पुराने इनेलो-बसपा गठबंधन को तोड़ सकती हैं। मायावती का कहना है कि पारिवारिक कलह के कारण इनेलो के टूटने से गठबंधन प्रभावित हुआ है। ऐसे में चौटाला परिवार के एक होने पर ही समझौता आगे बढ़ सकता है। [caption id="attachment_251318" align="alignleft"]BSP Press Release अलग हो सकते हैं 'हाथी' और 'चश्मा', बसपा सुप्रीमो मायावती ने दिए संकेत[/caption] दरअसल जींद उपचुनाव के नतीजों को लेकर मायावती ने दिल्ली में पार्टी पदाधिकारियों की बैठक ली थी। इस दौरान पार्टी नेताओं ने कहा कि चौटाला परिवार के आपसी घमासान से गठबंधन भी प्रभावित हुआ है। लोकसभा और विधानसभा चुनाव में इसका नुकसान हो सकता है। ऐसे में वर्तमान परिस्थिति को देखते हुए आगे के लिए निर्णय लिया जाना चाहिए। ऐसे में अगर गठबंधन टूटता है तो इनेलो को इसका खासा नुकसान झेलना पड़ सकता है। क्योंकि एक तो इनेलो पहले ही दो धड़ों में बंट चुकी है और ऊपर से अब एक उसके साथी भी उसे छोड़ देते हैं तो इससे इनेलो को जोरदार झटका लगेगा। गौरतलब है कि जींद उपचुनाव में इनेलो की परफार्मेंस अच्छी नहीं रही थी। इसी वजह से इनेलो-बसपा गठबंधन पर संकट के बादल मंडरा गए हैं। हालांकि इससे पहले इनेलो के टूटने के बाद बसपा ने गठबंधन जारी रखा था। यह भी पढ़ेंमनोहर कैबिनेट के फैसले, नम्बरदारों को तोहफा तो पटवारियों की ट्रांसफर को लेकर बड़ा निर्णय

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