अनिल विज बोले- संक्रमण दर 5 फीसदी से नीचे आने पर देंगे आंशिक लॉकडाउन में राहत
चंडीगढ़। हरियाणा के ग्रामीण इलाकों में घर-घर जाकर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने लोगों की स्क्रीनिंग कर रही हैं। अब तक प्रदेश में 13 लाख 14 हजार घरों का सर्वे कर करीबन 64 लाख सदस्यों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है। चंडीगढ़ में हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने बताया कि अब तक हुई स्क्रीनिंग में 16626 मामले खांसी जुखाम के 2004 मामलों में सांस की दिक्कत पाई गई है। जबकि 2293 का इलाज डॉक्टर के पास चल रहा है।
हरियाणा में बेड की स्थिति पर बोलते हुए मात्र मंत्री ने कहा कि फिलहाल प्रदेश में हालात सामान्य हैं और पर्याप्त मात्रा में बेड उपलब्ध है। हरियाणा में नॉन ऑक्सीजन के कुल 13837 बैठे हैं। जिनमें से मात्र 681 बेड पर ही मरीज भर्ती हैं। जबकि 13156 बेड खाली पड़े हैं।
वहीं प्रदेश में ऑक्सीजन बेड की संख्या 14425 है जिसमें से 5639 पर कोरोना मरीजों का इलाज चल रहा है। जबकि 8786 बेड खाली पड़े हैं। वहीं प्रदेश में आईसीयू बेड की संख्या 3729 है। इसमें से 2390 पर कोरोना मरीज भर्ती हैं। जबकि 1339 बेड अभी खाली है। वेंटिलेटर की संख्या प्रदेश में 1676 है जिसमें से 1240 पर मरीज दाखिल हैं। जबकि 436 पर कोई मरीज नहीं है।
हरियाणा में लॉक डाउन के दौरान लोगों को ज्यादा छूट नहीं देने पर गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि फिलहाल प्रदेश में कोरोना मरीजों की संक्रमण दर 9% के आसपास है। लेकिन जब तक संक्रमण दर 5 फ़ीसदी से नीचे नहीं आ जाती है। तब तक लोगों को ज्यादा राहत नहीं दी जा सकती है। लेकिन सरकार ने फिर भी जनहित में कुछ दुकानों को खोलने की अनुमति दी है। वहीं स्वास्थ्य विभाग की तरफ से प्रदेश के सभी सरकारी अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों में लगी पानी की टंकियों को साफ करने और पानी के RO लगाने के आदेश भी जारी किए गए हैं।