बहादुरगढ़ में सीपीसीबी अधिकारी को बंधक बनाने का आरोप, पुलिस ने मौके पर पहुंच कर छुड़वाया
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के एक अधिकारी और हरियाणा के बहादुरगढ़ में फैक्टरी मालिक में बुधवार को विवाद हो गया। सीपीसीबी अधिकारी ने एक फैक्टरी मालिक व एक कर्मचारी पर चेकिंग के दौरान उसे बंधक बनाने व सरकारी काम में बाधा डालने के आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज करवा दी। उधर, काफी संख्या में उद्यमी पुलिस चौकी में इकट्ठे हो गए और अधिकारी पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए उन्हें तंग करने के आरोप लगाए। उद्योगपतियों का कहना है कि एफआईआर गलत है और शिकायत भी झूठी है। करीब 70 उद्योगपतियों ने इकठ्ठा होकर पुलिस चौकी में झूठी शिकायत पर विरोध दर्ज करवाया है। फैक्ट्री मालिक को पीड़ित बताते हुए उद्योगपतियों का कहना है कि सीपीसीबी का अधिकारी पैसे मांगने के लिए झूठा दबाव बनाता है। बहादुरगढ़ के औद्योगिक क्षेत्र से लगातार पैसों की उगाही करता आ रहा है। उद्योगपति आरबी यादव ने बताया कि फैक्ट्री नम्बर 708 में सीपीसीबी के वैज्ञानिक निरीक्षण के लिए आए थे। गेट पर मौजूद महिला ने उनसे आईकार्ड मांगा था, जिसके कारण वो तैश में आ गए और ये सारा ड्रामा रच दिया। वहीं अगर केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के वैज्ञानिक यतीन्द्र नाथ मिश्रा की शिकायत की बात करें तो उन्होंने शिकायत में बताया है कि वो फैक्ट्री नम्बर 708 में निरीक्षण के लिए गए थे, लेकिन वहां उनके साथ बुरा बर्ताव किया गया और निरीक्षण नही करने दिया। उन्हें एक जगह बैठा कर घेर कर रखा गया और बदसलूकी की गई। जिसके बाद एसडीएम और पुलिस मौके पर पुहंची थी। पुलिस ने मिश्रा की शिकायत पर फैक्टरी मालिक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की तैयारी कर रही थी तो कॉन्फेजरेशन ऑफ बहादुरढ़ इंडस्ट्रीज (कोबी) के अध्यक्ष प्रवीन गर्ग, गणपति धाम औद्योगिक क्षेत्र से उद्यमी नवीन मल्होत्रा, बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष अशोक रेढ़ू, आरबी यादव व अशोक मित्तल आदि उद्यमी चौकी में इकट्ठे हो गए। फैक्टरी मालिक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने का विरोध किया। उद्यमी करीब दो घंटे तक चौकी में डटे रहे, लेकिन पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया।