Karauli Violence: मोबाइल इंटरनेट बंद, 36 लोगों को हिरासत में लिया गया...शाति व्यवस्था बहाल

By  Vinod Kumar April 3rd 2022 11:16 AM

राजस्थान के करौली जिले में नवसंवत्सर के उपलक्ष्य में मुस्लिम बहुल क्षेत्र से गुजर रही मोटरसायकिल रैली पर पथराव के बाद पैदा हुए सांप्रदायिक तनाव के चलते करौली में शनिवार को कर्फ्यू लगाया गया था,जो रविवार को भी जारी रहा। उपद्रव की इन घटनाओं में लगभग 35 लोग घायल हो गए हैं। सीएम गहलोत ने किया ट्वीट करौली में हुई घटना को लेकर डीजी, पुलिस से बात कर स्थिति की विस्तृत जानकारी ली है। पुलिस को हर उपद्रवी से सख्ती से निपटने के निर्देश दिए हैं। मैं आमजन से अपील करता हूं कि शांति बनाए रखें एवं कानून-व्यवस्था बनाने में सहयोग करें। मोबाइल इंटरनेट बंद, 36 लोग हिरासत में राजस्थान के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर हवा सिंह घुमारिया ने कहा है कि अबतक इस मामले में 36 लोग हिरासत में लिए गए हैं और अब स्थिति कंट्रोल में है। राजस्थान पुलिस ने कहा कि करौली में अफवाह को रोकने के लिए मोबाइल इंटरनेट को बंद कर दिया गया है और असामाजिक तत्वों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। जयपुर से 170 किलोमीटर दूर स्थित करौली की स्थिति पर प्रशासनिक अमला लगातार नजर बनाए हुए हैं। Karauli violence, internet services suspended, rajasthan, ashok gehlot कैसे हुई घटना करौली पुलिस के अनुसार नव संवत्सर को मनाने के लिए बाइक रैली मुस्लिम बहुल इलाके से गुजर रही थी तभी कुछ लोगों ने पथराव कर दिया. देखते ही देखते हिंसा बढ़ गई। उपद्रवियों ने कुछ दुकानें जला दी और एक बाइक को भी जला दिया गया। कई दूसरी बाइक को तोड़फोड़ दिया गया। Karauli violence, internet services suspended, rajasthan, ashok gehlot सीएम-राज्यपाल ने ली स्थिति की जानकारी राज्यपाल कलराज मिश्र और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पुलिस महानिदेशक एम एल लाठेर से शनिवार को स्थिति के बारे में जानकारी ली थी और आमजन से शांति बनाये रखने की अपील की थी। अधिकारियों ने बताया कि पुलिस उपाधीक्षक और पुलिस निरीक्षक स्तर के 50 अधिकारियों सहित कुल 600 पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है और भारतीय पुलिस सेवा के चार अधिकारी को जयपुर से करौली भेजा गया है। Karauli violence, internet services suspended, rajasthan, ashok gehlot गहलोत ने पुलिस महानिदेशक को दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिये थे। उन्होंने कहा था कि हिंदू, मुस्लिम, ईसाई, सिख और अन्य सभी समुदायों को राज्य में शांति और विकास का माहौल बनाने में योगदान देने और अपनी रचनात्मक भूमिका निभाने का आवश्यकता हैं।

Related Post