राजस्थान में तोड़ा गया 300 साल पुराना मंदिर, कांग्रेस पर हमलावर हुई बीजेपी
राजस्थान में अलवर जिले के राजगढ़ में 300 साल पुराने शिव मंदिर को बुलडोजर से जमींदोज कर दिया गया। आरोप है कि शिवालय पर जूते पहनकर मंदिर को गिराया गया। मूर्तियों पर कटर मशीन चलाई गई हैं। मंदिर को गिराए जाने के बाद हिंदूवादी संगठन भड़क गए हैं। भाजपा नेता अमित मालवीय ने ट्विटर पर ट्वीट कर राजस्थान सरकार पर विकास के बहाने पुराने मंदिर को गिराकर हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया। उन्होंने हिंदी में ट्वीट किया, "राजस्थान के अलवर में विकास के नाम पर 300 साल पुराने शिव मंदिर को तोड़ा गया।" उन्होंने कहा, "करौली और जहांगीरपुरी पर आंसू बहाना और हिंदुओं की आस्था को ठेस पहुंचाना, यह कांग्रेस की धर्मनिरपेक्षता है।" अलवर के राजगढ़ में शिव मंदिर तोड़े जाने के मामले में राजस्थान BJP ने घटना के 5 दिन बाद तीन सदस्यीय फैक्ट फाइंडिंग कमेटी गठित की है। ये कमेटी 24 अप्रैल को राजगढ़ जाएगी। तथ्यों की जांच-पड़ताल के बाद कमेटी घटना की रिपोर्ट राज्य BJP अध्यक्ष को सौंपेगी। इस बीच, मंदिर के पुजारी और ब्रजभूमि विकास परिषद ने राजगढ़ के कांग्रेस विधायक जौहरी लाल मीणा और एसडीएम सहित तीन लोगों के खिलाफ राजगढ़ थाने में ''प्रशासन के सहयोग से मंदिर गिराने'' का मामला दर्ज कराया है। उधर, राजस्थान सरकार के मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास का कहना है कि बीजेपी झूठ बोल रही है। राजगढ़ नगरीय निकाय बोर्ड का चेयरमैन बीजेपी का है। उन्हीं ने बोर्ड में प्रस्ताव लाकर सड़क चौड़ीकरण के लिए मंदिरों और घरों को गिराया है। उन्हीं के इशारे पर मंदिर को तोड़ा गया है। जबकि हमारा यानी कांग्रेस का विधायक विरोध करते रह गया। गहलोत सरकार के मंत्री ने वादा किया है कि अगर कोई कानूनी अड़चन नहीं आई तो मंदिर दोबारा बनवाएंगे। वहीं जिला कलेक्टर ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस जारी कर इस मामले में कहा है कि मंदिर के गर्भगृह को कोई क्षति नहीं पहुंचाई गई है। मूर्तियों को वहां से विधि विधान से हटाया गया है और विधि पूर्वक उन्हें स्थापित किया जाएगा।